देवघर में डेढ़ माह से जमीन की रजिस्ट्री बंद, राजस्व की क्षति

देवघर: देवघर में पिछले डेढ़ माह से जमीन की रजिस्ट्री बंद है. इस दौरान किसी भी प्रकार की जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो रही है. इससे सरकार को एक माह के दौरान लाखों का नुकसान हो चुका है. देवघर के अवर निबंधक प्रफुल कुमार ने पिछले 15 दिनों से छुट्टी पर हैं तथा उनके 17 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2015 9:58 AM
देवघर: देवघर में पिछले डेढ़ माह से जमीन की रजिस्ट्री बंद है. इस दौरान किसी भी प्रकार की जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो रही है. इससे सरकार को एक माह के दौरान लाखों का नुकसान हो चुका है. देवघर के अवर निबंधक प्रफुल कुमार ने पिछले 15 दिनों से छुट्टी पर हैं तथा उनके 17 मई तक छुट्टी पर रहने की बात कही जा रही है. इन दिनों जिला सांख्यिकी पदाधिकारी देवलाल उरांव को रजिस्ट्री ऑफिस में अवर निबंधक का प्रभार दिया गया है, लेकिन श्री उरांव विवाह निबंधन समेत अन्य कार्यालय संबंधित कार्यो को छोड़कर जमीन की रजिस्ट्री के कार्यो से मुक्त रखा गया है.

जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने से आंकड़ों के अनुसार सरकार को करीब 30 से 40 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है. देवघर में औसतन 150 जमीन की रजिस्ट्री प्रत्येक माह होती है. चालू वित्तीय वर्ष के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो जनवरी माह में 156 व फरवरी माह में 145 डीड की रजिस्ट्री हो चुकी है. मार्च में रजिस्ट्री का कार्य प्रभावित होने से महज नौ डीड की ही रजिस्ट्री हो पायी. जमीन की रजिस्ट्री बंद होने से देवघर में सर्वाधिक उद्योग-धंधे प्रभावित हो रहे हैं. रजिस्ट्री नहीं होने से देवघर का औद्योगिक विकास बाधित है. चूंकि संताल परगना में देवघर में ही सर्वाधिक सेलेबुल जमीन है. रजिस्ट्री नहीं होने के कारण उद्योग की स्थापना नहीं हो पा रही है व बैंक ऋण भी नहीं मिल पा रहा है.

लटकी हुई है उद्योग से संबंधित फाइल
रजिस्ट्री नहीं होने की स्थिति में करीब एक माह से आधे दर्जन उद्योग धंधे से जुड़ी जमीन की रजिस्ट्री की फाइल लटकी हुई. इसके अलावा लोग चाह कर भी जरुरत के अनुसार अपनी जमीन की बिक्री नहीं कर पा रहे हैं. जमीन की बिक्री नहीं होने पर कुछ लोग बड़ी बीमारियों के इलाज भी कराने में असमर्थ है. कई लोगों की बीमारियों में लंबी खर्च व समेत शादी-विवाह में खर्च तक जमीन की रजिस्ट्री के कारण अटकी हुई है.

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