मेयर प्रत्याशी पत्नी की जीत के लिए पति की अग्नि परीक्षा
देवघर: निगम चुनाव का प्रचार अब परवान पर है. मेयर पद के लिए चुनाव मैदान में सात मातृ-शक्ति हैं. लेकिन इन मातृ-शक्ति की जीत का रास्ता उनके पति साफ कर रहे हैं. क्योंकि जितनी भी महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं उनमें से एक को बेटे का और दूसरे को पार्टी का सहारा है. सात […]
देवघर: निगम चुनाव का प्रचार अब परवान पर है. मेयर पद के लिए चुनाव मैदान में सात मातृ-शक्ति हैं. लेकिन इन मातृ-शक्ति की जीत का रास्ता उनके पति साफ कर रहे हैं.
क्योंकि जितनी भी महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं उनमें से एक को बेटे का और दूसरे को पार्टी का सहारा है. सात में चार प्रत्याशी अपने पति के सहारे ही चुनाव मैदान में उतरी हैं जबकि एक महिला प्रत्याशी पेशे से अधिवक्ता हैं, वे अपनी मेहनत के बल पर चुनाव लड़ रही हैं. इस तरह निगम चुनाव 2015 में मेयर पद के लिए मैदान में उतरीं प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए कहीं पति तो कहीं बेटे और कहीं भाजपा व अन्य दलों की अग्नि परीक्षा है.
कौन-किसके सहारे हैं मैदान में
मेयर पद के लिए सात प्रत्याशी में से रीता राज अपने मेयर पति राजनारायण खवाड़े के बूते चुनाव लड़ रही हैं. जबकि सावित्री देवी अपने डिप्टी मेयर पति संजयानंद झा, मंजू देवी अपने पति सेवानिवृत्त सेल्स टैक्स अधिकारी देवदत्त रेणु और कंचनमाला भी अपने पति नित्यानंद केशरी राजद जिलाध्यक्ष के भरोसे मैदान में हैं. इन दोनों के अलावा रीता नरौने अपने बेटे वार्ड पार्षद राकेश नरौने के भरोसे तो रीता चौरसिया भाजपा के बूते मेयर पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं. वहीं एक ऐसी प्रत्याशी भी हैं अनिता चौधरी (अधिवक्ता) जो अपने बल पर चुनाव मैदान में हैं.