देवघर: हिंदी विद्यापीठ देवघर के तिलोकचंद बाजला सभागार में शनिवार को हिंदी दिवस मनाया गया. छात्रों ने मंगलाचरण एवं अतिथियों के स्वागत से कार्यक्रम की शुरुआत की. समारोह में त्रैमासिक पत्रिका प्रभाष जोशी विशेषांक का लोकार्पण हुआ. मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह ने कहा कि आज हिंदी भाषा की मर्यादा को स्थापित करने की जरूरत है.
यह काम सिर्फ सरकार का नहीं, बल्कि हम सभी का है. हमें अंतरद्वंद व आलोचना खत्म खत्म करने की जरूरत है. आजादी के छह दशक बाद भी हम सभी सरकारी उपक्रमों में हिंदी भाषा को पहचाने दिलाने के लिए संघर्षरत हैं. विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार सुशील भारती ने हिंदी दिवस समारोह की महत्ता के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि समन्वय स्थापित करने के लिए हिंदी से बड़ी कोई भाषा नहीं है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हिंदी विद्यापीठ देवघर के व्यवस्थापक कृष्णानंद झा ने कहा कि आज देश में 22 स्वयं सेवी संस्था हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में जुटी है. हिंदी विद्यापीठ, देवघर अग्रणी कतार में है. भाषा का समन्वय दो संस्कृतियों का समन्वय होता है. आज दुनिया के 44 देशों के विश्वविद्यालय में हिंदी की पढ़ाई होती है. यहां करीब 1.10 अरब लोग हिंदी में बोलते हैं.
समारोह में वरिष्ठ पत्रकार शंभु चौधरी ने कहा कि हिंदी भाषा देश की धड़कन है. छात्र सरयू बाला देवी ने हिंदी में सारगर्भित भाषण देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने कहा कि हिंदी को गर्व एवं सम्मान की भाषा के रूप में अपनाएं. स्वागत भाषण डॉ मोहनानंद झा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ मोहनानंद मिश्र ने दी. मंच संचालन राम सेवक गुंजन ने किया. इस मौके पर व्यवसायी रमेश बाजला, प्रो सुंदर चरण मिश्र, एसपी सिंह, सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक श्याम किशोर सिंह, गोवर्धन साहित्य महाविद्यालय के प्रिंसिपल श्रीकांत झा आदि उपस्थित थे.
छात्र-छात्रा को मिला सम्मान
शैक्षणिक सत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्रएं हिंदी दिवस समारोह में सम्मानित हुए. सम्मानित होने वालों में अलंकार द्वितीय सत्र की हाओविजम सरजूबाला देवी व ग्रेस ओईनाम, प्रवेशिका-1 की ओशिन लभनईनिंग, भूषण द्वितीय की बेखोसा केजो एवं एलएच थिंगहुई छात्र शामिल हैं.