शिक्षकों को कर्तव्यनिष्ठ होना चाहिए
झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ की संगोष्ठी में बोले अतिथि देवघर : झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ (झामिश) इकाई देवघर के तत्वावधान में रविवार को आरएल सर्राफ हाइस्कूल के प्रशाल में देवघर प्रखंड एवं देवघर अनुमंडल का वार्षिक अधिवेशन सह शैक्षणिक संगोष्ठी एवं सांगठनिक चुनाव हुआ. समारोह की अध्यक्षता जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष काली चरण […]
झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ की संगोष्ठी में बोले अतिथि
देवघर : झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ (झामिश) इकाई देवघर के तत्वावधान में रविवार को आरएल सर्राफ हाइस्कूल के प्रशाल में देवघर प्रखंड एवं देवघर अनुमंडल का वार्षिक अधिवेशन सह शैक्षणिक संगोष्ठी एवं सांगठनिक चुनाव हुआ.
समारोह की अध्यक्षता जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष काली चरण चौधरी ने की. कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन जिला शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश कुमार चौधरी ने किया.
प्रथम सत्र में आयोजित संगोष्ठी में शिक्षा समाज और शिक्षक विषय पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि देश के विकास में छात्र, समाज व शिक्षक तीनों ही मुख्य कारक है. शिक्षक समय निष्ठ और कर्तव्यनिष्ठ होंगे तो छात्र उनके आचरण व उच्च नैतिक गुणों को आत्मसात कर सकेंगे. शिक्षक अपनी जवाबदेही को समझते हुए समाज के अनुरूप अपने आप को ढालें.
वर्तमान में संख्या बल कम होने के बाद भी शिक्षकों को चाहिए कि वो छात्रों को नैतिक शिक्षा प्रदान करते हुए छात्रों की जवाबदेही सुनिश्चित कर उसे समाज के मुख्य धारा से जोड़े. उन्होंने बकाये वेतन का जल्द से जल्द भुगतान करने का भरोसा शिक्षकों को दिलाया.
मुख्य अतिथि प्रमंडलीय अध्यक्ष निरुपेंद्र कुमार सिंह ने शिक्षकों के बकाये एसीपी का लाभ दिलाने के लिए सरकार से वार्ता करने का भरोसा दिलाया. लिपिक एवं आदेशपालों के द्वितीय एवं तृतीय एसीपी लाभ का भुगतान करने की मांग जिला शिक्षा पदाधिकारी से की. मंच संचालन डॉ सुभाषचंद्र यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन राज्य कार्यकारिणी के सदस्य अनिल कुमार ने किया.
कार्यक्रम में आरमित्र प्लस टू स्कूल के प्रधानाध्यापक वीरभद्र पांडेय, मातृ मंदिर बालिका उच्च विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शोभना सिंह, प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय मोहनपुर की प्रधानाध्यापिका रागिनी सरस्वती, मोनिका बिहारी, सरोज कुमारी, सोनालाल प्रसाद, जिला सचिव अरविंद कुमार सिंह, सोमनाथ पांडेय, पुरुषोत्तम कुमार, वीरेंद्र यादव, सिया राम सिंह, विनोद कुमार, शंकर दयाल प्रसाद, राम प्रकाश महतो, प्रेम कुमार चौबे सहित काफी संख्या में शिक्षक एवं शिक्षेकतर कर्मचारी उपस्थित थे.