देवघर में पर्यटन विकास की प्रगति बदतर

देवघर: सर्किट हाउस में विधानसभा की पर्यटन विकास समिति की बैठक हुई. बैठक में समिति के सभापति सह हुसैनाबाद के विधायक कुशवाहा शिव पूजन मेहता, जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी, गोमिया विधायक योगेंद्र प्रसाद समेत डीसी अमीत कुमार विभाग के अन्य पदाधिकारी थे. बैठक में देवघर में पर्यटन विकास की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2015 8:49 AM
देवघर: सर्किट हाउस में विधानसभा की पर्यटन विकास समिति की बैठक हुई. बैठक में समिति के सभापति सह हुसैनाबाद के विधायक कुशवाहा शिव पूजन मेहता, जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी, गोमिया विधायक योगेंद्र प्रसाद समेत डीसी अमीत कुमार विभाग के अन्य पदाधिकारी थे. बैठक में देवघर में पर्यटन विकास की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा हुई. समीक्षा के दौरान पर्यटन विकास की योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट से समिति पूरी तरह से असंतुष्ट रही.
बैठक में नंदन पहाड़ में रोड निर्माण, फैमिली ट्रेन की आपूर्ति व अधिष्ठापन तथा मेंटेनेंस, बुढ़ई में विद्युत सज्ज, शिल्पग्राम में साउंड एंड लाइट संचालन के क्रम में आधारभूत संरचना का निर्माण, घोरमारा व तपोवन में वेलकम गेट का निर्माण, सारठ में टूरिस्ट कॉम्पेल्कस, मोहनपुर के बाबूपुर में पीसीसी रोड आदि की समीक्षा की गयी. इसमें शिल्पग्राम में साउंड एंड लाइट संचालन के क्रम में आधारभूत संरचना का निर्माण की जानकारी तक जिला प्रशासन नहीं दे पायी. यह योजना पर्यटन विभाग के निदेशक के स्तर से संचालित है.घोरमारा व तपोवन में गेट निर्माण का कार्य चालू नहीं हुआ है. त्रिकुट में भी झरना में जलापूर्ति वर्षो से बंद है व सारठ में टुरिस्ट कॉम्प्लेक्स की कार्य प्रगति भी संतोषजनक नहीं पायी गयी. बैठक में कहा गया राज्य में सबसे अधिक देवघर में पर्यटन विकास में राशि भेजी गयी है, लेकिन उस अनुसार देवघर में पर्यटन विकास पर कार्य नहीं हुआ है, जो भी कुछ कार्य पाया गया उसकी गुणवत्ता सही नहीं है. पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन में कोर्डिनेशन का घोर अभाव है. जिला प्रशासन को देवघर में संचालित पर्यटन विभाग की योजनाओं की पूरी जानकारी तक नहीं है. जिसका नतीजा है कि राशि पड़ी होने के बावजूद योजनाएं अधूरी है.
निरीक्षण में पर्यटन स्थलों पर पायी असुविधा
बैठक के बाद पर्यटन समिति के सभापति व सदस्यों ने बाबा मंदिर के आसपास समेत पर्यटन स्थल त्रिकुट पहाड़, तपोवन व नंदन पहाड़ का निरीक्षण किया. निरीक्षण में पर्यटन स्थलों पर भारी असुविधा पायी गयी. त्रिकुट पहाड़ के निर्मित पर्यटन कॉम्प्लेक्स का भवन अधूरा पाया गया. भवन में कई जगह दरार पायी गयी. किचन भी अधूरा था. 1.37 करोड़ की दो मंजिला भवन में एक मंजिला भवन हीं बनाया व एक करोड़ रुपया भुगतान एजेंसी को कर दिया गया है. अधूरे भवन को ही एजेंसी से हेंडओवर कर लिया गया है. त्रिकुट रोप-वे में पर्यटकों की सुविधा खास नहीं है. त्रिकुट पहाड़ में झरना में जलापूर्ति बंद है. पर्यटकों की सुरक्षा पर प्रशासन गंभीर नहीं है. रोपवे में पर्यटकों व दंपत्तियों के साथ मनचलों द्वारा तंग करने की शिकायतें समिति को मिली. तपोवन में यात्री शेड में बिजली की सुविधा नहीं थी. शेड में दरार पायी गयी. शिल्पग्राम में भी कई कार्य अधूरे पाये गये.

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