सदर अस्पताल में महिला जनप्रतिनिधि के साथ बदसलूकी, बवाल

देवघर: अहले सुबह सदर अस्पताल में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब अस्पताल में इलाजरत महिला जनप्रतिनिधि बिंदू मंडल (बांक पंचायत की मुखिया) के साथ ऑन डयूटी चिकित्सक द्वारा बदसलूकी का आरोप लगा . चिकित्सक ने उन्हें डॉक्टर्स डयूटी रूम से बाहर निकल कर वार्ड में जाने को कहा. घटना से दुखी मुखिया ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 7:49 AM
देवघर: अहले सुबह सदर अस्पताल में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब अस्पताल में इलाजरत महिला जनप्रतिनिधि बिंदू मंडल (बांक पंचायत की मुखिया) के साथ ऑन डयूटी चिकित्सक द्वारा बदसलूकी का आरोप लगा . चिकित्सक ने उन्हें डॉक्टर्स डयूटी रूम से बाहर निकल कर वार्ड में जाने को कहा. घटना से दुखी मुखिया ने मामले की जानकारी जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी को दी. सूचना पाते ही जिप अध्यक्ष अस्पताल पहुंची व फोन कर सिविल सजर्न डॉ दिवाकर कामत से अस्पताल पहुंचने को कहा. सीएस उस समय देवघर परिसदन में स्वास्थ्य सचिव के साथ थे.

आनन-फानन में सीएस अस्पताल पहुंचे. जहां जिप अध्यक्ष ने सीएस के साथ-साथ अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सोबान मुमरू से भी मामले की शिकायत की. जिप अध्यक्ष ने अफसोस जताते हुए कहा अस्पताल में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. महिला जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा हो सकता है तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा. सीएस-डीएस ने पूरे घटनाक्रम के लिए माफी मांगे . इसके बाद अस्पताल के कंप्यूटर कक्ष में बेड की व्यवस्था कर मुखिया का इलाज शुरू करवाया गया. तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ. बतौर डाक् रंजन पांडे घटना के समय ऑन डयूटी वे ही उपस्थित थे .

कहती हैं मुखिया
इस संबंध में बिंदू मंडल ने कहा, बीती रात प्रेशर बढ़ने के बाद घरवालों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. यहां ऑन डयूटी चिकित्सक ने इलाज कर स्लाइन चढ़ाने व ऑक्सीजन चलाने की सलाह दी. मगर रात अधिक होने व वार्ड में जगह न होने के कारण डाक्टर्स डयूटी रूम में शिफ्ट कर दिया. सुबह नौ बजे ब्लड टेस्ट के लिए लेबोरेट्री जाने व वहां से लौटने पर उस रूम में जा रही थी तो ताला बंद पाया. इस संबंध पूूछने पर ऑन डयूटी चिकित्सक व कर्मियों ने कहा कि डयूटी रूम में मरीज नहीं रहते. आप वार्ड में चली जाइये. मामले की जानकारी जिप अध्यक्ष को दी. मुखिया ने कहा जब हम जैसे लोगों के साथ समस्या हो सकती है तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा.
सीएस ने कहा
घटना की जानकारी होते ही अस्पताल पहुंचे. जानकारी के बाद घटना पर दुख जताया. फौरन अस्पताल के दूसरे कमरे में महिला जनप्रतिनिधि को शिफ्ट कर इलाज शुरू कर दिया गया . डॉक्टर्स के रेस्ट रूम के कारण सारी गलतफहमी हुई. – डॉ दिवाकर कामत,सीएस.
ऑन डियूटी चिकित्सक ने कहा
सुबह डयूटी में आने के बाद जब बाथरूम जाने के लिए डॉक्टर्स डयूटी रूम में गया. तो वहां किसी मरीज का सामान दिखा. कर्मचारियों से सामान को ओपीडी में मंगवा लिया गया. साथ ही कमरे को बंद करवा दिया. एक दिन पहले भी किसी शख्स ने डयूटी रूम में ही लेट्रीन कर दिया था. इस बीच महिला मरीज आयी तो उन्हें वार्ड में शिफ्ट हो जाने को कहा . बस इसी बात से हंगामा खडा हो गया . इसमें मेरी गलती क्या है.
– डॉ रंजन पाडेय, एमडी,
सदर अस्पताल.

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