नक्सली बन मांगता था रंगदारी

दुमका: खुद को गोपीकांदर का नक्सली एरिया कमांडर बताकर शहर के रसूखदार लोगों, बड़े व्यवसायियों व राजनेताओं को मोबाइल से फोन कर रंगदारी मांगने वाले एक युवक को दुमका पुलिस की विशेष साइबर टीम ने गिरफ्तार किया है. सुंदरपहाड़ी प्रखंड का युवक प्रदीप कुमार ठाकुर दुमका के सोनवाडंगाल मुहल्ले में एक लॉज में रहता था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:36 PM

दुमका: खुद को गोपीकांदर का नक्सली एरिया कमांडर बताकर शहर के रसूखदार लोगों, बड़े व्यवसायियों व राजनेताओं को मोबाइल से फोन कर रंगदारी मांगने वाले एक युवक को दुमका पुलिस की विशेष साइबर टीम ने गिरफ्तार किया है.

सुंदरपहाड़ी प्रखंड का युवक प्रदीप कुमार ठाकुर दुमका के सोनवाडंगाल मुहल्ले में एक लॉज में रहता था और ट्यूशन पढ़ाने का काम करता था. डीएसपी अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आभूषण व्यवसायी व मेसर्स सीताराम ज्वेलर्स के मालिक पंकज कुमार वर्मा की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की.

पंकज के भाई संजय वर्मा की दो साल पहले हत्या हो गयी थी. लिहाजा पंकज ने ऐसे कॉल आने के बाद तुरंत पुलिस से संपर्क साधा था. पंकज से प्रदीप ने फोन कर सोने की चेन अथवा पैसे देने की मांग मोबाइल नंबर 8292937212 से कॉल कर की थी. इस सूचना को दुमका पुलिस ने गंभीरता से लिया और विशेष साइबर टीम का गठन किया, जिसमें सदर इंस्पेक्टर इकुड डुंगडुंग, मुफस्सिल थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद, नगर थाना प्रभारी रामकिशुन यादव एवं सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रसाद राय शामिल थे. इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.

कई को किया था फोन
डीएसपी श्री श्रीवास्तव ने बताया कि एरिया कमांडर बताते हुए उसने शराब के बड़े व्यवसायी योगेंद्र तिवारी के अलावा आजसू जिलाध्यक्ष अजय कुमार, कई व्यवसायियों-राजनेताओं, मुखिया-प्रमुख को फोन कर रंगदारी मांगने का काम किया था. नेताओं को वह फोन कर वह वोट दिलाने की बात कहता था. उसने हाल के दिनों में काफी दहशत ऐसे लोगों के बीच पैदा कर रखी थी.

कई राजनेताओं के नंबर भी
एरिया कमांडर बताकर रंगदारी व लेवी मांगने वाले प्रदीप ठाकुर के पास से पुलिस को एक सूची भी मिली है. जिसमें कुछ राजनेताओं के नाम व मोबाइल नंबर भी शामिल है. सूची में व्यवसायियों-ठेकेदारों के अलावा इनमें कई बड़े राजनेताओं का भी नंबर लिखा हुआ है.

ग्रेजुएट है, ट्यूशन भी पढ़ाता है
प्रदीप कुमार ठाकुर ग्रेजुएट है, टयुशन भी पढ़ाता है. डीएसपी ने बताया कि उसके पास से दो मोबाइल व दो सीमकार्ड जब्त हुए हैं. शातिर दिमाग का प्रदीप अपने सीमकार्ड की बजाय उसी सीमकार्ड का इस्तेमाल कॉल करने के लिए करता था, जो किसी बाबूजी टुडू के नाम से जारी की गयी थी. पुलिस ने जब बाबूजी टुडू से पूछताछ की, तो उसने फरवरी में ही सीमकार्ड खो जाने की बात कही. उसने सीमकार्ड को लॉक नहीं करवाया था.

किसी प्रकार यह सीमकार्ड प्रदीप के हाथ लग गयी थी और उसने इसका उपयोग रंगदारी मांगने में करने लगा था. इंटरसेप्शन व लोकेशन से इस सीमकार्डधारी के सोनवाडंगाल इलाके में होने का पता चला और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके खिलाफ भादवि की दफा 385 व 387 के तहत कांड संख्या 89/13 दर्ज कर लिया है. माओवादी संगठन से वास्तव में उसके ताल्लुक हैं या नहीं, पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है.

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