पहरा दे रहे हैं ग्रामीण
देवघर: अज्ञात अपराधियों का भय अब पूरे जिले में फैल गया है. जसीडीह व मोहनपुर थाना क्षेत्र से आरंभ हुआ यह मामला अब सारवां, सोनारायठाढ़ी होकर सारठ, पालोजोरी व चितरा तक पहुंच गया है. इन क्षेत्रों के लोग अभी भी रात को पारंपरिक हथियार लेकर पहरा देने सड़क पर उतरते हैं. रतजगा करने वालों में […]
देवघर: अज्ञात अपराधियों का भय अब पूरे जिले में फैल गया है. जसीडीह व मोहनपुर थाना क्षेत्र से आरंभ हुआ यह मामला अब सारवां, सोनारायठाढ़ी होकर सारठ, पालोजोरी व चितरा तक पहुंच गया है. इन क्षेत्रों के लोग अभी भी रात को पारंपरिक हथियार लेकर पहरा देने सड़क पर उतरते हैं. रतजगा करने वालों में कई नशे में भी रहते हैं.
आने-जाने वाले को जबरन रोका जाता है. कई बार तो अनजान चेहरे को देख भीड़ उसकी पिटाई भी कर डालते हैं. इस दौरान पीटने वाले की अर्जी भी अनसुनी रह जाती है. पुलिस व प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधि भी ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगों को जागरूक करने की पहल नहीं कर रहे हैं.
ग्रामीणों की मानें तो ऐसी घटनाओं के बावजूद प्रखंड व थाना स्तर पर ग्रामीणों के साथ कोई बैठक नहीं की गयी. लोग तो अब सवाल उठाने लगे हैं कि आखिर प्रशासन किस बड़ी घटना के इंतजार में चुप्पी साधे हुए है. ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय रहते प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया तो ऐसी कोई भी बड़ी घटना घट सकती है. लोगों को जान बचाना मुश्किल हो जायेगा. लोगों ने प्रशासन से व्यापक जागरूकता चलाने की मांग की है.
पंचायत स्तर पर मुखिया के साथ हो बैठक
यह मामला कोई बड़ा रुप नहीं ले. इसके लिये पंचायत स्तर पर पुलिस-प्रशासन को जागरूकता चलाना चाहिए. वहीं हर मुखिया के साथ बैठक कर सहयोग की अपील होनी चाहिए. गांव में ग्राम रक्षा दल बने. रक्षा दल की सूची थाना स्तर पर रहे. वहीं बीच-बीच में थाना की गश्ती दल जाकर रात में चेक करे व रक्षा दल सदस्यों से जानकारी ले.