इस बार भी सावन में नहीं उड़ेगा ग्लाइडर !
देवघर: श्रावणी मेला में ग्लाइडर व मोटर ग्लाइडर से बाबा मंदिर की हवाई परिक्रमा की योजना इस बार भी अधर में लटक सकती है. नागर विमानन विभाग द्वारा देवघर एयरपोर्ट में निर्मित हैंगर को केंद्रीय सरकार के अधीन डीजीसीए से अनुमति नहीं मिली है. नियमानुसार डीजीसीए से तकनीकी अनुमति मिलने के बाद ही रेग्युलर हवाई […]
देवघर: श्रावणी मेला में ग्लाइडर व मोटर ग्लाइडर से बाबा मंदिर की हवाई परिक्रमा की योजना इस बार भी अधर में लटक सकती है. नागर विमानन विभाग द्वारा देवघर एयरपोर्ट में निर्मित हैंगर को केंद्रीय सरकार के अधीन डीजीसीए से अनुमति नहीं मिली है. नियमानुसार डीजीसीए से तकनीकी अनुमति मिलने के बाद ही रेग्युलर हवाई सेवा की चालू होती है. देवघर एयरपोर्ट में पूरी तकनीकी सुविधा के साथ हैंगर तैयार कर लिया गया है. इसमें ग्लाइडर की जांच की व्यवस्था भी है.
2013 में बगैर हैंगर निर्माण किये देवघर एयरपोर्ट से ग्लाइडर व मोटर ग्लाइडर की सेवा चालू कर दी गयी थी. रांची व जमशेदपुर से हवाई सेवा भी प्रारंभ कर यात्रियों को नागर विमानन व प्रशासन के को-ऑर्डिनेशन से बाबा मंदिर में प्रीमियम दर्शन कराया जाता था. लेकिन 2013 में मोटर ग्लाइडर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद यह सेवा बंद हो गयी व मामला हैंगर निर्माण में फंस गया. एक वर्ष पूर्व हैंगर निर्माण का कार्य पूरा हो गया है, अब डीजीसीए की अनुमति का इंतजार है. सावन में ग्लाइडर सेवा चालू करने के लिए देवघर एयरपोर्ट में ग्लाइडर भी तैयार है. बताया जाता है कि नागर विमानन डीजीसीए के अधिकारियों से लगातार समय लेने के लिए प्रस्ताव भेज रही है. लेकिन अब तक निरीक्षण का समय भी नहीं मिला है.
हैंगर पूरी तरह तैयार है. इस बार o्रावणी मेला में ग्लाइडर सेवा चालू करने के लिए सारी तैयारी भी कर ली गयी है. विभाग लगातार डीजीसीए के अधिकारियों से संपर्क में है. समय मिलते ही डीजीसीए की टीम देवघर आयेगी व अनुमति मिलने के बाद ग्लाइडर सेवा चालू किया जायेगा. डीजीसीए से अब तक समय नहीं मिला है’
– संजय पांडेय, पायलट सह इंचार्ज, देवघर एयरपोर्ट