फसल बरबाद, खेत भी हुए खराब

सारवां : कोमेन तूफान के कारण विगत दिनों हुई भारी बारिश के कारण नदियों में आयी उफान से नदी किनारे अवस्थित सारवां प्रखंड के खेतों में पानी घुस गया. इससे फसलों की भारी क्षति हुई. खेतों में नदी का बालू व आसपास की मिट्टी आ गयी. इससे धान का बिचड़ा पूरी तरह बरबाद हो गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2015 3:05 AM

सारवां : कोमेन तूफान के कारण विगत दिनों हुई भारी बारिश के कारण नदियों में आयी उफान से नदी किनारे अवस्थित सारवां प्रखंड के खेतों में पानी घुस गया. इससे फसलों की भारी क्षति हुई. खेतों में नदी का बालू व आसपास की मिट्टी आ गयी. इससे धान का बिचड़ा पूरी तरह बरबाद हो गया.

किसान खनेश सिंह, व्यास रवानी, प्रमोद राय, राजेश वर्मा, कपिल राय, नंदकिशोर वर्मा, मदन सिंह, पलटन झा, दिनेश राय, रामविलास सिंह, शनिचर राय, दिनेश ठाकुर, श्याम राय आदि किसानों की धान की फसलें नष्ट हो गयी. किसानों का कहना है उन्होंने कर्ज लेकर किसी तरह अच्छी बारिश की आस में खेती शुरु की थी.

देवघर : लगातार हुई बारिश से धनरोपनी में बेहताशा वृद्धि हुई है. कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार देवघर में 31 जुलाई तक 85 फीसदी रोपनी हो चुकी है. कृषि विभाग ने प्रखंडवार रिपोर्ट का आकलन किया है. कृषि विशेषज्ञों के पिछले एक सप्ताह के दौरान हुई बारिश से तेजी से रोपनी में वृद्धि आयी है.

बारिश के दौरान किसान रोपनी करने में सफल हो गये. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में पांच से 10 फीसदी और रोपनी में वृद्धि होगी. कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक परिमल कुमार सिंह ने बताया कि धनरोपनी में हुई वृद्धि के बाद मौसम अनुकूल हो गया है.

बारिश के बाद धूप से फसलों को फायदा पहुंचेगा.खेतों में पर्याप्त पानी भी है. खेतों में चार इंच पानी अभी है. किसानों को लगातार खेतों से खर-पतवार की सफाई करनी होगी. इस बीच किसान यूरिया का छिड़काव कर सकते हैं.

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