माफिया कर रहे अवैध उगाही

मधुपुर: प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न नदी घाटों से इन दिनों बालू उठाव के एवज में माफिया अवैध रूप से पैसे की वसूली कर रहे हैं. प्रत्येक ट्रैक्टर 250 व ट्रक वालों से पांच सौ रुपये वसूल किया जा रहा है. बताया जाता है कि जिला खनन विभाग द्वारा मधुपुर समेत पूरे अनुमंडल क्षेत्र के बालू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2015 7:43 AM
मधुपुर: प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न नदी घाटों से इन दिनों बालू उठाव के एवज में माफिया अवैध रूप से पैसे की वसूली कर रहे हैं. प्रत्येक ट्रैक्टर 250 व ट्रक वालों से पांच सौ रुपये वसूल किया जा रहा है. बताया जाता है कि जिला खनन विभाग द्वारा मधुपुर समेत पूरे अनुमंडल क्षेत्र के बालू घाटों की बंदोवस्ती दो माह पूर्व ही कर दिया है. लेकिन अभी तक पर्यावरण व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी इन घाटों के लिए नहीं मिला है.

खनन विभाग से बालू उठाव की किसी को अनुमति भी नहीं दिया गया है. इसके बाद भी आपराधिक तत्वों को साथ लेकर माफिया किस्म के लोग प्रत्येक दिन विभिन्न घाटों से लाखों रूपया वसूल रहे हैं. वहीं खनन विभाग व स्थानीय प्रशासन अब तक मौन हैं.

इन घाटों से हो रहा उठाव
बालू माफिया द्वारा साप्तर, लोढाजोर, कसाटी, नवापतरो, नोनियाद, मोहनपुर घाट, फागो नदी, मारगोमुंडा के रामपुर, बुढैई, पंदनिया समेत दो दर्जन से अधिक घाटों से बालू उठाव के एवज में पैसे वसूल रहे हैं. इन दिनो बड़े पैमाने पर सरकारी योजनाओं का भी संचालन हो रहा है. जिसमें दो सौ करोड़ से अधिक लागत का सड़क निर्माण भी शामिल है. इन योजनाओं के कारण बालू के लिए विभिन्न घाटों में लंबी कतार लगी रहती है.
भवन निर्माण करने वालों की हालत खराब
बालू माफिया मोटे रुपये लेकर ट्रैक्टर व ट्रक वालों को बालू बेच रहे हैं. फिर इन बालूओं को ऊंची कीमत पर भवन निर्माता को बेचा जा है. इन सबसे बिचौलियों व बालू कारोबारियों की अच्छी खासी आमदनी हो रही है. जबकि सरकार का उद्देश्य बालू घाट की नीलामी कर एक निर्धारित दर पर बालू की उपलब्धता कराना था. वहीं प्रशासन व खनन विभाग के मौन रहने से इनका मनोबल बढ़ा हुआ है. जबकि परेशानी आम लोगों को हो रही है.

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