त्याग व बलिदान का पर्व बकरीद आज

मधुपुर: मुसलिम धर्मावलंबियों द्वारा मनाये जाने वाला त्याग और बलिदान का पर्व बकरीद बुधवार को मनाया जायेगा. इसको लेकर लोगों ने सारी तैयारी पूरी कर ली है. त्योहार से पूर्व सोमवार की सुबह से ही लोग इत्र, मजमुआं, सेवई-लच्छा, टोपी, रूमाल आदि की खरीदारी करते देखे गये. इन जगहों में पढ़े जायेंगे नमाजइद-उल-अजहा की नमाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2013 8:42 AM

मधुपुर: मुसलिम धर्मावलंबियों द्वारा मनाये जाने वाला त्याग और बलिदान का पर्व बकरीद बुधवार को मनाया जायेगा. इसको लेकर लोगों ने सारी तैयारी पूरी कर ली है. त्योहार से पूर्व सोमवार की सुबह से ही लोग इत्र, मजमुआं, सेवई-लच्छा, टोपी, रूमाल आदि की खरीदारी करते देखे गये.

इन जगहों में पढ़े जायेंगे नमाज
इद-उल-अजहा की नमाज शहर समेत ग्रामीण अंचलों में मंगलवार को अदा की जायेगी. शहर के नबी बक्स रोड, थाना रोड, लालगढ़, चांदमारी, कमरमंजिल रोड, पनाहकोला, खलासी मुहल्ला, लखना, भेड़वा, बावनबीघा, सपहा समेत पटवाबाद, धमनी, केराकुंडा, नैयाडीह, तीनघरा, पसिया आदि ग्रामीण इलाकों के लोग इद-उल-अजहा की नमाज ईदगहों व मसजिदों में अदा करेंगे.

दी जायेगी बकरे की कुर्बानी
पारंपरिक तरीके से मुसलमान भाइयों द्वारा बकरीद के अवसर पर बकरे की कुर्बानी दी जाती रही है. इसको लेकर बकरे की खरीदारी भी लोगों ने पर्व से कई दिन पूर्व ही कर ली है. कुर्बानी के बाद लोग एक-दूसरे को अपने-अपने घरों में दावत-ए-सेवई, पकवान आदि के लिए आमंत्रित भी करेंगे. इससे लोग अहले सुबह उठकर नहा-धोकर मसजिद की ओर रुख करेंगे.

5 से 50 हजार रुपये तक बिका बकरा : बकरे की खरीदारी का तरीका भी लोगों का अजीब होता है. बताया जाता है कि पसंदीदा बकरे की ही कुर्बानी दी जाती है. इसके लिए बकरे का वजन, पैसे का कोई मोल नहीं देखा जाता है. अकीदत के साथ बकरे को कुर्बानी के लिए तैयार किया जाता है. इस बार बाजार में 5 हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक के बकरे की बिक्री होती दिखी.

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