नष्ट होने के कगार पर 20 फीसदी धान की फसल

देवघर : शुरुआत दौर में हुई बारिश से देवघर में खरीफ फसल की रोपनी ठीक-ठाक रही़ लक्ष्य से 20 फीसदी ही रोपनी कम रही़ देवघर जिले में कुल 66,507 हेक्टेयर भूमि में फसल लगाये गये. इसमें धान, तेलहन व दलहन की खेती शामिल है. इसमें सर्वाधिक धान की रोपनी 85 से 90 फीसदी हुई़ लेकिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2015 8:45 AM
देवघर : शुरुआत दौर में हुई बारिश से देवघर में खरीफ फसल की रोपनी ठीक-ठाक रही़ लक्ष्य से 20 फीसदी ही रोपनी कम रही़ देवघर जिले में कुल 66,507 हेक्टेयर भूमि में फसल लगाये गये. इसमें धान, तेलहन व दलहन की खेती शामिल है. इसमें सर्वाधिक धान की रोपनी 85 से 90 फीसदी हुई़ लेकिन बारिश नहीं होने से ऊपरी इलाके में धान की फसलों में सुखाड़ की स्थिति पैदा हो रही है़
सुखाड़ से 20 फीसदी धान की फसलें नष्ट होने के कगार पर है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अगर पांच दिनों के अंदर बारिश नहीं हुई तो ऊपरी इलाकों में 20 फीसदी पैदावार प्रभावित होगी़ ऊपरी इलाके में तो खेत में दरारें आ रही तो नीचले इलाके में भी नमी पूरी तरह जा चुकी है़
संताल परगना की अम्लीय मिट्टी होने के कारण नीचले इलाके में भी धरती फट रही है़ यही स्थिति मकई की है़ किसानों को महंगाई के इस दौर में सिंचाई के लिए पम्पसेट का सहारा लेना पड़ रहा है़
क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक : कृषि विज्ञान केंद्र सुजानी के कृषि वैज्ञानिक परिमल कुमार सिंह ने बताया कि बारिश नहीं होने से ऊपरी इलाके में लगभग 20 फीसदी धान की फसलें सूख रही है. अगर चार-पांच दिनों में बारिश नहीं हुई तो 20 फीसदी धान की उपज भी प्रभावित होगी़
क्या कहते हैं कृषि पदाधिकारी : जिला कृषि पदाधिकारी एसएन सरस्वती ने कहा कि ऊपरी इलाके में अब तक 15 फीसदी धान की फसलें सूख चुकी है़ तीन-चार दिनों के अंदर बारिश नहीं होती है तो विभाग की ओर से सर्वे कर सरकार को रिपोर्ट भेजी जायेगी़ वैसे किसान पैक्सों के माध्यम से फसल बीमा करवा सकते हैं. 15 सितंबर तक फसल बीमा की अंतिम तिथि है़

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