नियम विरूद्ध कार्यरत 3500 पारा शिक्षकों पर होगी कार्रवाई

देवघर : राज्य भर के प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों में 3500 पारा शिक्षक ऐसे हैं जो फरजी तरीके से काम कर रहे हैं.मैट्रिक योग्यता के आधार पर बहाल हुए पारा शिक्षकों को वर्ष 2008 तक इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने का आदेश दिया गया था. लेकिन, निर्धारित अवधि बीतने के बाद भी पारा शिक्षक विभिन्न […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2015 9:39 AM
देवघर : राज्य भर के प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों में 3500 पारा शिक्षक ऐसे हैं जो फरजी तरीके से काम कर रहे हैं.मैट्रिक योग्यता के आधार पर बहाल हुए पारा शिक्षकों को वर्ष 2008 तक इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने का आदेश दिया गया था. लेकिन, निर्धारित अवधि बीतने के बाद भी पारा शिक्षक विभिन्न स्कूलों में कार्यरत हैं. इसका खुलासा विभिन्न जिलों से प्राप्त डॉयस रिपोर्ट में हुआ है.
उक्त बातें झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी पदाधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने प्रभात खबर से कही. प्रशासी पदाधिकारी ने कहा कि राज्य भर के स्कूलों में वैसे पारा शिक्षक कार्यरत हैं. जो फरजी प्रमाण पत्र या एनसीटीइ के प्रावधान के विपरीत या अनियमित रूप से या मैट्रिक योग्यता के आधार पर कार्यरत हैं.
प्रावधान के विरूद्ध कार्यरत पारा शिक्षक अविलंब सेवा से परित्याग कर दें. अन्यथा विभाग कानूनी कार्रवाई आरंभ करेगी. उन्होंने कहा के स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए हमलोग कृतसंकल्पित हैं.

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