उन्होंने कहा कि पंचायतीराज में कई ऐसे गांवों में सड़कें बनी, जहां वर्षों से लोगों को समस्या से जुझना पड़ रहा था. आदिवासी गांवों में सर्वाधिक कार्य पंचायतीराज में ही हुई है. सरकार से जितनी शक्तियां मिली, उस अनुसार इस क्षेत्र में आदिवासी गांव जमुनियां, नागपुर, बरमसिया, बोकराबाद व नागदह इलाके में सड़कों का कार्य किया गया तथा अभी और भी कार्य बांकी है़.
बोकना गांव में शिलान्यास के लिए जिच चेयरमैन को करीब एक किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. उन्होंने कहा कि इस गांव को मुख्य सड़क से जाेड़ने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है़ जल्द ही बुढ़वाकुरा में भी काम चालू होगा़ इस मौके पर नंदिकशोर राय, जियालाल मड़ैया, साधमनी मुरमू, सहदेव सोरेन, प्रभा देवी, दिनरेश टुडू, कुमेश्वर यादव व सुनील टुडू आदि थे.