जामताड़ा में गिरफ्तार दोनों युवक निकले पारा शिक्षक
देवघर. जामताड़ा में शिक्षक नियुक्ति की काउंसलिंग में फरजी प्रमाण पत्र के आधार पर गिरफ्तार दोनों युवक महेंद्र कुमार व चंद्रशेखर आजाद देवघर में पारा शिक्षक के पद पर कार्यरत है. इसमें से महेंद्र कुमार मोहनपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय घोंघा में जबकि चंद्रशेखर आजाद देवघर प्रखंड के चित्तोलोढ़िया स्कूल में कार्यरत हैं. महेंद्र […]
देवघर. जामताड़ा में शिक्षक नियुक्ति की काउंसलिंग में फरजी प्रमाण पत्र के आधार पर गिरफ्तार दोनों युवक महेंद्र कुमार व चंद्रशेखर आजाद देवघर में पारा शिक्षक के पद पर कार्यरत है. इसमें से महेंद्र कुमार मोहनपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय घोंघा में जबकि चंद्रशेखर आजाद देवघर प्रखंड के चित्तोलोढ़िया स्कूल में कार्यरत हैं. महेंद्र कुमार(पिता-शषिभूषण मंडल) मोहनपुर प्रखंड के घोरमारा के समीप बांझी गांव का रहने वाला है व चंद्रशेखर आजाद(पिता-विशेश्वर प्रसाद यादव) पुरनहादा मुहल्ले के रहने वाले हैं. जामताड़ा में जांच के दौरान महेंद्र कुमार का इंटर का प्रमाण पत्र व चंद्रशेखर आजाद का टैट का प्रमाण पत्र फरजी पाया गया था. इसी आधार पर दोनों की प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा गया.
मोहनपुर बीइइओ ने महेंद्र के पारा शिक्षक के चयन की जांच शुरु की
इंटर के फरजी प्रमाण पत्र के मामले में महेंद्र कुमार की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही मोहनपुर प्रखंड के बीइइओ तरुण कुमार घांटी ने महेंद्र के पारा शिक्षक की नियुक्ति संबंधित जांच शुरु कर दी है. बीइइओ ने उस स्कूल के प्रधानाध्यापक को पत्र जारी किया है, जहां महेंद्र कुमार कार्यरत है. बीइइओ ने मंगलवार को घोंघा उत्क्रमित मध्य विद्यालय घोंघा के प्रधानाध्यापक को पत्र जारी कर 24 घंटे के अंदर महेंद्र कुमार का प्रमाण पत्र, चयन से संबंधित सारे प्रमाण पत्र, चयन पंजी, शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र मांगा है, ताकि अगली कार्रवाई की जा सके.
बीकॉम की डिग्री पर पारा शिक्षक
मोहनपुर बीआरअी में महेंद्र कुमार का जो शैक्षणिक योग्ता दर्शाया गया है, उसके अनुसार महेंद्र कुमार बीकॉम डिग्रीधारक है. महेंद्र का चयन ग्राम शिक्षा समिति में 13 मार्च 2005 हुआ व विद्यालय में योगदान 13 मार्च 2005 को दिया. प्रखंड शिक्षा समिति ने महेंद्र कुमार का अनुमोदन 12 अप्रैल 2006 को किया. अब महेंद्र का चयन से लेकर अनुमोदन व शैक्षणिक प्रमाण पत्र आदि जांच के घेरे में आ गया है. महेंद्र का इटर व बीकॉम की डिग्री कहां से जारी हई, इसकी जांच शुरु होगी.
फरजीवाड़ा के लिए चर्चा में घोरमारा !
फरजीवाड़ा में धराये महेंद्र कुमार घोरमारा के समीप बांझी गांव का रहने वाला है. घोरमारा व झालर का इलाका पहले भी फरजी प्रमाण पत्रों को लेकर चर्चा में रहा है. पूर्व में घोरमारा के समीप बांक गांव निवासी एक शिक्षा माफिया के देवघर स्थित घर में बिहार पुलिस ने भी छापेमारी कर कई फरजी प्रमाण पत्र, बिहार शिक्षा बोर्ड का फरजी दस्तावेज व मुहर बरामद किया था. उक्त समय पुलिस ने झालर गांव से एक व्यक्ति की गिरफ्तारी भी की थी. अब फिर से घोरमारा, झालर व ठाढ़ीदुलमपुर का इलाका चर्चा में है.