जाली कागजात बना कर अवैध रुप से बालू उठाव की प्राथमिकी
देवघर: चांदडीह घाट से पांच सितंबर को बालू लदा आठ ट्रैक्टर समेत कम्प्यूटर आदि जब्त करने के मामले में थाना प्रभारी असीम कमल टोपनो के बयान पर कुंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. मामले में एग्रिमा इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के मालिक समेत देवीपुर थाना क्षेत्र के रंजीत कुमार यादव, सारवां थाना क्षेत्र […]
देवघर: चांदडीह घाट से पांच सितंबर को बालू लदा आठ ट्रैक्टर समेत कम्प्यूटर आदि जब्त करने के मामले में थाना प्रभारी असीम कमल टोपनो के बयान पर कुंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. मामले में एग्रिमा इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के मालिक समेत देवीपुर थाना क्षेत्र के रंजीत कुमार यादव, सारवां थाना क्षेत्र के केंदुआटांड़ निवासी विकास, सारवां थाना क्षेत्र के बलीडीह निवासी अरुण यादव, कुंडा थाना क्षेत्र के गौरीपुर मछमारा निवासी टेंपू राय, आठ ट्रैक्टर मालिकों व सात ट्रैक्टर चालकों को आरोपित बनाया गया है.
आरोपितों पर जाली कागजात बना कर उक्त घाट से अवैध बालू उठाव कर बिक्री करने व सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. इस संबंध में नगर-कुंडा थाना कांड संख्या 902/15 भादवि की धारा 406, 420, 467, 471, 414, 34, 379 और माइंस एंड मिनरल एक्ट 54 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस द्वारा पड़ताल आरंभ कर दी गयी है. मामले के चारों नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर कुंडा पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश कराया गया. कोर्ट के निर्देश पर कुंडा पुलिस ने इन नामजद आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
क्या है प्राथमिकी में
दिवा गश्ती के क्रम में पांच अक्तूबर को दोपहर करीब एक बजे थाना प्रभारी टोपनो पुलिस बलों के साथ चांदडीह बालू घाट पहुंचे. घाट से बालू लदा आठ ट्रैक्टर निकलने की तैयारी में था. पुलिस को देख उक्त सभी ट्रैक्टर के चालक समेत हाथ में चालान लिया एक व्यक्ति भागने लगा. उक्त व्यक्ति व एक ट्रैक्टर चालक को पुलिस ने खदेड़ कर पकड़ लिया. पूछने पर उक्त व्यक्ति ने अपना नाम अरुण यादव, बलीडीह और चालक ने नाम टेंपू राय, गौरीपुर मछमारा बताया. अरुण के हाथ में मिले चालान बुक में चांदडीह लिखा था, जिसमें तीन चालान कटा हुआ था किंतु सरकार को दी जाने वाली राशि उस पर अंकित नहीं थी. पुलिस को पूछताछ में अरुण ने बताया कि उक्त चालान बुक काटने के लिए एग्रिमा इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के स्टाफ रंजीत कुमार यादव से मिला है.
उसकी निशानदेही पर चांदडीह निवासी गिरिधारी मंडल के मकान के एक कमरे में छापेमारी की गयी तो कंप्यूटर पर काम करते दो लोग मिले. उन दोनों ने क्रमश: अपना नाम रंजीत यादव तिलैया व विकास यादव केंदुआटांड़ बताया. इन सभी को व ट्रैक्टर आदि को जांच के लिए थाना लाया गया. इसकी सूचना खनन पदाधिकारी को भी लिखित रुप से दी गयी थी. सात अक्तूबर को पुष्टि हुई कि चांदडीह घाट से बालू उठाव का एग्रीमेंट नहीं हुआ है. इसके बाद इन चार नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया. दावा है कि उपरोक्त आरोपित रंजीत, विकास व अरुण एग्रिमा इंफ्रा इंजीनियरिंग प्रालि के नाम से फर्जी कागजात बना कर कंपनी मालिक व अन्य की मिलीभगत से अवैध बालू उठाव कर बेच रहे हैं. इससे सरकारी राजस्व की हानि हुई है.