देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के डंगरी गांव में बुधवार को अंधविश्वास की अमानवीय घटना सामने आयी.डायन के संदेह में 75 वर्षीय महिला मंझली मुर्मू (काल्पनिक नाम)को पड़ोसी ने 20 घंटे तक बंधक बनाये रखा. इतना ही नहीं,इस दौरान डायन कबूल करवाने के लिए उन्हें गरम छड़ से दागा गया. वृद्धा के शरीर के कई हिस्सों पर गरम लोहे की छड़ रखी गयी.
घटना की सूचना मिलने पर रिखिया पुलिस चौकी के पुलिस जवान डंगरी गांव पहुंचे तो आरोपितों द्वारा पुलिस का विरोध किया गया. दो घंटे तक पुलिस जवानों ने महिला को मुक्त कराने का प्रयास किया. करीब 12 बजे मोहनपुर थाना प्रभारी एसके सिन्हा पहुंचे व घर के अंदर बंधक बना कर रखी गयी वृद्धा को मुक्त कराया. पुलिस ने पीड़ित महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा. इस मामले में पीड़ित महिला के बयान पर डंगरी गांव के ही झोतो मरांडी, सुखलाल मरांडी, टुनू मरांडी, चंद्र मरांडी व कथित ओझा-गुनी छोटका हांसदा पर धारा 341, 323, 324, 34 व 3\\4 डायन उत्पीड़न अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. खबर लिखे जाने तक मामले में किसी भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
भूत लगाने का आरोप लगाया
पीड़िता द्वारा पुलिस को दिये बयान के अनुसार, आरोपित झोतो मरांडी की 65 वर्षीय पत्नी पकु मरांडी बैल खूटने के दौरान डेढ़ माह पूर्व हथौड़े से जख्मी हो गयी थी. इसी दौरान पकु मरांडी बीमार हो गयी. उसका मेधा सेवा सदन में इलाज भी किया गया. लेकिन बीमारी में सुधार नहीं होने की वजह से मंगलवार की सुबह उनके पति झोतो मरांडी ने पथलगढ़ा गांव से ओझा-गुनी छोटका हांसदा को बुलाया.
ओझा-गुनी के कहने पर शाम चार बजे मंझली को आरोपित ने जबरन घर से उठा लिया. इसके बाद उसे बीमार पकु मरांडी के पास कमरे में बैठा दिया.आरोपित कहने लगे कि तुमने ही भूत लगा दिया है, जिसकी वजह से झोतो मरांडी की पत्नी बीमार हो गयी. इस दौरान आरोपितों ने डायन स्वीकार करने के लिए वृद्धा को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. सुबह घटना की जानकरी फैलने पर बात पुलिस तक पहुंची.