समाहरणालय के समक्ष किसान-मजदूरों का धरना-प्रदर्शन, देवघर को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग
देवघर: लोहिया कर्पूरी विचार मंच के बैनर तले देवघर समाहरणालय के समक्ष जिला को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर किसान व मजदूरों ने धरना-प्रदर्शन किया. इसमें जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से काफी संख्या में लाेग पहुंचे थे. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार की चुप्पी पर आक्रोश जताते हुए विरोध में […]
देवघर: लोहिया कर्पूरी विचार मंच के बैनर तले देवघर समाहरणालय के समक्ष जिला को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर किसान व मजदूरों ने धरना-प्रदर्शन किया. इसमें जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से काफी संख्या में लाेग पहुंचे थे. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार की चुप्पी पर आक्रोश जताते हुए विरोध में नारेबाजी की.
इसका नेतृत्व मंच के संस्थापक अनिरूद्ध आजाद ने किया. उन्होंने किसान-मजदूरों की समस्याओं पर फोकस करते हुए कहा कि जिले के किसान सूखे की मार झेलने को विवश हैं. सैकड़ों गांवों के किसानों की धान की फसलें पानी के बिना सूख गयी हैं. मजदूर-किसान भूखों मरने के कगार पर हैं. श्री आजाद ने कहा कि सरकार देवघर जिले को अकाल क्षेत्र घोषित करे तथा राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाये. इनके अलावा यमुना प्रसाद दास, नागेंद्र राउत, कमल राउत, डंबर मांझी, बुद्धन बौद्ध आदि ने भी संबोधित किया. अकाल पीड़ित किसानों व मजदूरों की ओर से सूबे के राज्यपाल व सीएम के नाम संबोधित ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया. इसमें 11 सूत्री मांगों का उल्लेख किया गया है.
मंच की प्रमुख मांगें
देवघर जिले को अकाल क्षेत्र घोषित कर अकाल संहिता लागू किया जाये.
एक माह के अंदर फसल क्षतिपूर्ति का मुआवजा दिया जाये.
किसानों के कर्ज वसूली पर रोक लगायी जाये व कर्ज माफ किया जाये.
फसल बीमा का भुगतान शीघ्र करे सरकार.
गरीबों को शीघ्र लाल कार्ड दिया जाये.
सरकारी कार्यालयों में बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगायी जाये.
आधे दाम पर खाद बीज किसानों को मुहैया करायी जाये.