सूख गये तालाब व नदी, कैसे हो रबी की खेती

सारवां: रवी फसल का हब कहा जाने वाले सारवां प्रखंड के किसानों काे सताने लगी है रबी फसल की चिंता. क्षेत्र में लगातार डेढ़ माह से बारिश नहीं होने के कारण जहां किसानों ने धान की फसल बचाने के लिए भरपूर कोशिश की. लतालाबों का पानी निकाल लिये जाने के बाद भी खेतों में लगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2015 7:24 AM

सारवां: रवी फसल का हब कहा जाने वाले सारवां प्रखंड के किसानों काे सताने लगी है रबी फसल की चिंता. क्षेत्र में लगातार डेढ़ माह से बारिश नहीं होने के कारण जहां किसानों ने धान की फसल बचाने के लिए भरपूर कोशिश की. लतालाबों का पानी निकाल लिये जाने के बाद भी खेतों में लगी धान की फसल को नहीं बचा सके. अब उन लोगों के समक्ष रबी फसल की खेती चुनौती बनकर खड़ी है़
क्षेत्र के सभी तालाब सूख चुके हैं .वहीं नदी का पानी भी कम बारिश के चलते सूख गये हैं.

इस संबंध में किसान सीताराम राउत, व्यास रवानी, विनोद वर्मा, पंचम वर्मा, संतोश मंडल, शिवन यादव, जनता सिंह, सीतारा वर्मा, सुमेश वर्मा, अशोक वर्मा, प्रमोद राय, पंचानंद ठाकुर, मोहन सिंह, राम सिंह,गुडडु सिंह,विजय वर्मा,साजन वर्मा,जलेश्वर महतो, रविशंकर वर्मा, दिलीप पत्रलेख आदि ने बताया कि एक तो सूखे की मार से अभी उबर नहीं सके थे अब रवि फसल की खेती कैसे करेंगे इसकी चिंता सताने लगी है.

कहा अभी ही सभी तालाब एवं क्षेत्र के नदी-नाले सूख गये हैं. कुएं का जलस्तर काफी नीचे चला गया है .उससे एक दो खेतों की भी पटवन नहीं हो पायेगी. एेसे में कैसे भरंगे बैंकों एवं माहजनों का कर्ज . किसानों ने सरकार से सिंचाई की वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग की है़

Next Article

Exit mobile version