देवघर : नयी रेल परियोजना गोड्डा-पाकुड़ भाया सुंदरपहाड़ी एवं जामताड़ा-बासुकीनाथ भाया चितरा-सारठ को रेल बजट 16-17 में प्राथमिकता के आधार शामिल करने की अनुशंसा सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु से की है. प्रस्तावित परियोजना चार महत्वपूर्ण रेल मार्गों को भी विस्तार देगी.
इसमें दिल्ली-गुवाहटी भाया नौगछिया-बटेश्वर स्थान, भागलपुर-हावड़ा भाया पीरपैंती-पाकुड़, भागलपुर-रामपुर हाट भाया हंसडीहा एवं दिल्ली-खड़गपुर भाया जसीडीह शामिल है. केंद्रीय रेल मंत्री को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि संताल परगना क्षेत्र में कोयले का विशाल भंडार है. उत्तम स्टोन चिप्स के लिए क्षेत्र प्रसिद्ध होने के साथ-साथ यहां विकास की काफी संभावनाएं भी है.
लेकिन, वर्तमान में यह क्षेत्र वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित है. सुदूर आदिवासी बहुल ग्रामीण सामाजिक व आर्थिक रूप से वंचित है. क्षेत्र में रेल विस्तारीकरण का काम कोयला बहुल क्षेत्र की तुलना में काफी पिछड़ा हुआ है. प्रस्तावित रेल मार्ग विस्तार योजना देश के ताप विद्युत केंद्र में कोयला आपूर्ति को सुगम बनाएंगी.
इस क्षेत्र में इसीएल की आने वाली महत्वाकांक्षी कोल परियोजना सिमलौंग विस्तार, हुरा-सी एवं चुपरविटा से कोयला के समुचित दोहन को भी प्रशस्त करेगी. रेल परियोजना के लिए ज्वाइंट वेंचर कंपनी स्थापित किये जाने पर राज्य सरकार की सैद्धांतिक सहमति भी है. संबंधित एमओयू में परियोजना व्यय भार का निरूपित अनुपात भी राज्य सरकार वहन करेगी. प्रस्तावित रेल परियोजनाएं वाणिज्यिक परिवहन एवं रोजगार सृजन के माध्यम से सुदूर आदिवासी बहुल क्षेत्र में सामाजिक आर्थिक विकास को प्रशस्त करने में यह मील का पत्थर साबित होगा.