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शादी-ब्याह का मौसम शुरूरविवार से गूंजेगी शहनाई, निकलेंगे बारातीदेवघर. पांच महीने के लंबे ब्रेक के बाद रविवार से शहनाईयाें की गूंज होगी. बैंड-बाजे के साथ सड़कों पर बाराती निकलेंगे. दरअसल, हरिशयनि एकादशी में शयन में गये भगवान विष्णु रविवार को देवोत्थान एकादशी से जाग जायेंगे. इसके साथ ही शहर में शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्याें की […]
शादी-ब्याह का मौसम शुरूरविवार से गूंजेगी शहनाई, निकलेंगे बारातीदेवघर. पांच महीने के लंबे ब्रेक के बाद रविवार से शहनाईयाें की गूंज होगी. बैंड-बाजे के साथ सड़कों पर बाराती निकलेंगे. दरअसल, हरिशयनि एकादशी में शयन में गये भगवान विष्णु रविवार को देवोत्थान एकादशी से जाग जायेंगे. इसके साथ ही शहर में शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्याें की शुरुआत हो जायेगी. तुलसी विवाह से होती है शुरुआतदेवाेत्थान एकादशी पर तुलसी विवाह का विधान है. इस दिन घर-घर में महिलाएं तुलसी विवाह पूरे विधि-विधान से करती हैं. इसी दिन से शादी-ब्याह आदि मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है. जो इस बार 22 नवंबर दिन रविवार को मनाया जायेगा. 21 नवंबर यानी शनिवार को दोपहर 3़ 27 बजे से एकादशी तिथि प्रारंभ हो रही है, जो अगले दिन रविवार को दोपहर 1़ 07 मिनट तक है. उदयातिथि से रविवार को देवोत्थान एकादशी मनाया जायेगा. दो माह में मात्र 10 शुभ मुहूर्तइस बार लोगों को कम लग्न में ही काम चलाना होगा. क्योंकि करीब पांच महीने के ब्रेक के बाद नवंबर से दिसंबर तक मात्र 10 शुभ मुहूर्त हैं. इससे इन मुहूत पर ही लोगों को शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्य पूरा करना होगा. इसके बाद लोगों को शुभ मुहूर्त के लिए जनवरी महीने का इंतजार करना होगा. 21 नवंबर से शादी के शुभ मुहूर्त शुरू हैं, जो 14 दिसंबर तक हैं. इसके बाद खरमास लग जायेगा, जो 17 जनवरी के बाद समाप्त होगा. इसके बाद जनवरी से मार्च तक शादी ब्याह के ढ़ेरों लग्न है. इस बीच ढ़ेरों शादियां होगी. बनारसी पंचांगनवंबर : 21,25 व 26दिसंबर: 2,3,4, 7,12,13 व 14जनवरी : 17,19, 20,21,26 ,28,29 व 31फरवरी : 2,3 ,4, 6,12, 16,17,22,24, 25व 27 मार्च : 1,4,5 व 10मिथिला पंचागनवंबर : 23, 26 व 27दिसंबर: 2,3,6,11, 12 व 14जनवरी: 17,30, 28,29 व 31 फरवरी: 1,3,4, 6,11,17, 24, व 25 मार्च: 3,4, 6, 9,10 व 11