???????? ?? ???? ???? ??? ???? ?? ?????
मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिशप्रत्याशियों के बीच मचा घमसान तेजबड़े बड़े राजनेता भी अपने खेमे के प्रत्याशी को जिताने में जुटेप्रत्याशियों के साथ प्रचार कर जाड़े में भी बहा रहे पसीनासारठ बाजार. पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के बीच घमसान तेज हो गया है. शनिवार को होने वाले मतदान को लेकर प्रत्याशी […]
मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिशप्रत्याशियों के बीच मचा घमसान तेजबड़े बड़े राजनेता भी अपने खेमे के प्रत्याशी को जिताने में जुटेप्रत्याशियों के साथ प्रचार कर जाड़े में भी बहा रहे पसीनासारठ बाजार. पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के बीच घमसान तेज हो गया है. शनिवार को होने वाले मतदान को लेकर प्रत्याशी एक भी मौका नहीं चूकना चाह रहे. अपने क्षेत्र के मतदाताओं से जहां प्रत्याशियों को अपने पक्ष में मतदान की उम्मीद है ही, प्रतिद्वंदी प्रत्याशियों के क्षेत्र के मतदाताओं को अपने विश्वास में लेने की होड़ मची है. वार्ड से लेकर जिला परिषद के पद पर प्रत्याशी पंचायत चुनाव में अपनी दावेदारी को प्रतिष्ठा का विषय बना रहे हैं. यह भी देखा जा रहा है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के बड़े-बड़े नेता भी अपने खेमे के प्रत्याशियों को जिताने के लिए एड़ी चोटी को जोर लगा रहे हैं. अब प्रत्याशियों की जीत या हार को ना केवल उनके बढ़ते-घटते जनसमर्थन के रूप में देखा जा रहा है. बल्कि यह प्रतिष्ठा का भी विषय बन चुका है. प्रत्याशियों के साथ साथ बड़े नेता भी पंचायत चुनाव के दौरान जाड़े में भी पसीना बहाते दिख रहे हैं. प्रखंड के सारठ, फुलचुवां, कचुवाबांक, कुकराहा, झिलुवा, बड़बाद, बामनगामा, बगडबरा सहित अन्य पंचायतों के कई गांवों में चुनावी माहौल गरमाता जा रहा है. सभी प्रत्याशी अपनी जीत का दावा पेश करते हुए मतदाताओं को विकास की बात कहते हुए किसी भी प्रकार से अपने पक्ष में वोट करने को लेकर लगाता प्रयास कर रहे हैं. बहरहाल जो भी हो मतदाता भी अपना समीकरण बैठा कर ये जानने का कयास कर रहे हैं कि आखिर जीत किसकी होगी.