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भागवत कथा की महिमा अपरमपार : उज्ज्वल जी फोटो सुभाष के फोल्डर में संवाददाता, देवघरभागवत की महिमा अपरंपार है. यह केवल कथा नहीं है. उक्त बातें भागवत कथावाचक उज्ज्वल शांडिल्य जी महाराज ने कही. महाराज जी आर मित्रा में नारायण सेवा संस्थान उदयपुर राजस्थान एवं श्री राधे कृष्ण सेवा मंडल देवघर के संयुक्त तत्वावधान में […]
भागवत कथा की महिमा अपरमपार : उज्ज्वल जी फोटो सुभाष के फोल्डर में संवाददाता, देवघरभागवत की महिमा अपरंपार है. यह केवल कथा नहीं है. उक्त बातें भागवत कथावाचक उज्ज्वल शांडिल्य जी महाराज ने कही. महाराज जी आर मित्रा में नारायण सेवा संस्थान उदयपुर राजस्थान एवं श्री राधे कृष्ण सेवा मंडल देवघर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगीतमय भागवत कथा में प्रवचन दे रहे थे. कथा के पांचवे दिन कहा कि भागवत कथा के साथ-साथ एक जीवन शैली है. हर श्लोक का वृहत अर्थ है. भक्त जितने गहरे उतरेंगे, उतना ही ज्यादा रस मिलेगा. भागवत में भक्तों के प्राण बसते हैं. उन्होंने कहा कि भगवान के बाल रूप से जिसे प्रेम नहीं है. वह पशु के समान है. भगवान श्रीकृष्ण ने पंच तत्वों की शुद्धि बाल लीला के माध्यम से की. महाराज जी ने कहा कि कलियुग में नि:शक्त साक्षात नारायण है. उनकी सेवा अवश्य करें. नारायण सेवा संस्थान महती भूमिका निभा रही है. यह जन सहयोग से चल रहा है. मौके पर कई कर्णप्रिय भजन प्रस्तुत किये गये. भक्तों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच भजन का आनंद उठाया. मंच संचालन कुंज बिहारी मिश्रा ने की. वाइलेन पर संतोष कुमार डांगर, हारमोनियम पर रामवीर सिंह परमार, गायक में श्रीधर चतुर्वेदी व तबला पर कुलदीप सिंह साथ दे रहे थे. इसे सफल बनाने में मुख्य यजमान कार्तिक नाथ खवाड़े, फतह सिंह, कैलाश सालवी, सेठ पुष्कर राज तायल, विनय तिवारी, बिहारी लाल झा, अजीत तिवारी, पल्लव सिंह, धर्मेंद्र अग्रवाल, बादल तिवारी, विनीत अग्रवाल, गौतम तिवारी, बासुदेव, संदीप, बमबम सिंह, ऋषभ यादव आदि ने सराहनीय भूमिका निभायी.