जसीडीह : जसीडीह स्टेशन परिसर के पश्चिमी छोर स्थित तालाब के किनारे वर्षो से झोपड़ी बना कर रह रहे दर्जन भर धपरा परिवार को रेल प्रशासन व आरपीएफ ने 30 नवंबर तक झोपड़ी हटाने की चेतावनी दी है.
चेतावनी के बाद धपरा परिवार के लोगों को ठंड में बेघर होने व घर की चिंता सताने लगी है. अनिल धपरा, कामेश्वर धपरा, सुनील धपरा, पंजाबी धपरा, पप्पू धपरा, सरलू धपरा, कालिया धपरा आदि ने कहा कि तीन दिन पूर्व जसीडीह स्टेशन के बाबू एवं आरपीएफ आकर चेतावनी दिया कि तीस नवंबर तक झोपड़ी हटा कर सामान लेकर चले जाओ नहीं तो झोपड़ी तोड़वा कर सामान जब्त कर लिया जायेगा.
जबकि वे लोग करीब बीस वर्ष पूर्व से यहां बांस, मिट्टी व प्लास्टिक की झोपड़ी बना कर किसी तरह रह रहे हैं. इन लोगों ने कहा कि अधिकांश परिवार के लोग स्टेशन एवं जसीडीह के आस-पास क्षेत्रों में मिली लाश को उठाने, गंदगी, कचड़ा साफ कर किसी तरह जीवन यापन कर रहे हैं.
इसके बाद भी रेल प्रशासन उन्हें बेघर करने की चेतावनी देती है. इतना ही नहीं देश आजादी के बाद से आज तक सरकार की ओर से मिलने वाली इंदिरा आवास, लाल कार्ड, चिकित्सा लाभ आदि सुविधाओं से भी वंचित होना पड़ रहा है. इन लोगों ने कहा कि ठंड में पशु-पक्षी को भी बेघर नहीं किया जाता तो हम गरीब असहाय इंसान को क्यों बेघर किया जा रहा है. अगर हटाना ही है तो सरकार पहले हमारे लिये छत की व्यवस्था करे.