बुढ़ई नवान्न मेला संपन्न, दूसरे दिन भी गुलजार रहा बुढ़ई का बूढ़ा पहाड़
देवघर: लोक पर्व नवान्न के अवसर पर ऐतिहासिक बुढ़ई पहाड़ पर ग्रामीण मेले के दूसरे दिन हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी. देवघर, मधुपुर, देवीपुर, रोहिणी, जगदीशपुर आदि जगहों से लोग जुटे और घरेलू जरूरत की सामानों की जमकर खरीदारी किये. बताया गया है कि लाखों का बिजनेस कारोबार इस मेले में हुआ. बैंगनी पकौड़े से […]
देवघर: लोक पर्व नवान्न के अवसर पर ऐतिहासिक बुढ़ई पहाड़ पर ग्रामीण मेले के दूसरे दिन हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी. देवघर, मधुपुर, देवीपुर, रोहिणी, जगदीशपुर आदि जगहों से लोग जुटे और घरेलू जरूरत की सामानों की जमकर खरीदारी किये. बताया गया है कि लाखों का बिजनेस कारोबार इस मेले में हुआ. बैंगनी पकौड़े से लोहे के सामानों की खूब बिक्री हुई. बच्चों व महिलाओं ने पहाड़ भ्रमण का खूब लुत्फ उठाये. कई जगहों पर मनोरंजन के लिए जादू का प्रदर्शन भी हुआ.
पर्वत पर लगने वाला अनूठा मेला
मेला है. यहां पर आवश्यकता की लगभग सारी वस्तुएं व्यवसायियों द्वारा उपलब्ध करायी गयीं. लोहे के सामानों के अलावा पत्थर के बने सामानों के लिए यह मेला प्रसिद्ध है. पत्थर की घरेलू चक्की, नाद, चौखट, शील, पाटी आदि आकर्षण का केंद्र रहा. लोहे के बने सामान तलवार, गड़ाशा, तीर, भाला, हसुआ, कचिया, ढिबरी, चाकू की जम कर लोगों ने खरीदारी की. नवान्न के दूसरे दिन पहाड़ पर जमकर बलि पूजा तिलेश्वरी व बुढ़ेश्वरी मंदिर में हुई.