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By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2015 11:12 PM

स्वा. विभाग के प्रशिक्षण में एएनएम को दी गई मोटेलिटी की ट्रेनिंग फोटो सिटी में ट्रेनिंग नाम से. कैप्सन : प्रशिक्षण में शामिल चिकित्सक व एएनएम.संवाददाता, देवघर झारखंड सरकार के निर्देश पर आइएमएनसीआइ (इंटेग्रेटेड मैनेजमेंट अॉफ नियो नेटल एंड चाइल्डहुड इलनेस) प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत होटल विंध्यवाासिनी में चल रहे आठ दिवसीय प्रशिक्षण में गुरुवार को एएनएम को इंफेंट मोटिलिटी पर विशेष जानकारी दी गयी. प्रशिक्षण के दौरान यूनिसेफ से प्राप्त आंकड़ों का हवाला देते हुए वर्ष 2012-13 के आंकड़ों की जानकारी प्रशिक्षुओं को दी गयी. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार देवघर में इंफेंट मोटेलिटी 31 प्रति हजार लाइफ बर्थ है, जबकि झारखंड में यह आंकड़ा 36 प्रति हजार लाइफ बर्थ प्रत्येक वर्ष दर्शाया गया है. जबकि लक्ष्य 10 प्रति हजार लाइफ बर्थ रखा गया है. इस क्रम में पांच साल से कम शिशु या बच्चे की मृत्यु का मुख्य कारण निमोनिया, दस्त, मलेरिया है. इस पर ध्यान देने की बात कही गयी. प्रशिक्षण कार्य्रक्रम के दौरान डॉ नवल किशोर, डॉ संचयन व डॉ विकास कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न प्रखंडों से आकर भाग ले रही एएनएम को प्रशिक्षित कर रहे हैं.

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