दुष्कर्म जैसे गंभीर मामलों में भी स्वास्थ्य विभाग का रवैया लचर

देवघर. हावड़ा अमृतसर एक्सप्रेस में गैंगरेप की शिकार छात्रा का देवघर सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद टीम ने रिपोर्ट सौंपने को लेकर तीन दिनों का वक्त लिया. जबकि यहां से जाते ही मंगलवार को हावड़ा जिला अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल जांच कर एक ही दिन में रिपोर्ट भी सौंप दिया गया व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2015 8:17 AM

देवघर. हावड़ा अमृतसर एक्सप्रेस में गैंगरेप की शिकार छात्रा का देवघर सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद टीम ने रिपोर्ट सौंपने को लेकर तीन दिनों का वक्त लिया. जबकि यहां से जाते ही मंगलवार को हावड़ा जिला अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल जांच कर एक ही दिन में रिपोर्ट भी सौंप दिया गया व दुष्कर्म की पुष्टि कर दी गयी.

हालांकि सूत्रों के अनुसार, देवघर में मेडिकल जांच के बाद छात्रा के साथ दुष्कर्म व मारपीट की बात सामने आयी है. लेकिन रिपोर्ट नहीं आने तक विभागीय अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. ऐसे में देवघर में स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल भी उठने शुरू हो गये हैं. क्या ऐसे मामले की जांच कर रही टीम मेडिकल रिपोर्ट के इंतजार में हाथ पर हाथ धरे रहेगी.

क्या मेडिकल रिपोर्ट के बिना जांच की प्रक्रिया को गति मिल सकती है. या फिर क्या जिला का स्वास्थ्य विभाग महकमा ऐसे मामलों में संवेदनशील नहीं है. विभागीय सूत्रों की मानें तो देवघर में दुष्कर्म मामले में पीड़िता के मेडिकल जांच के बाद रिपोर्ट आने में तीन से चार दिनों का समय लग जाता है. इसके पीछे की वजह लैब से रिपोर्ट आने में वक्त का लगना है. जानकारी के अनुसार, निर्धारित अवधि तक मेडिकल रिपोर्ट नहीं सौंपने पर जुर्माना का भी प्रावधान है.

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