देवघर जिले में स्वस्थ नहीं सरकार की स्वास्थ्य स्कीम्स
देवघर : देवघर जिला का स्वास्थ्य महकमा सरकारी कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने में फिसड्डी साबित हो रहा है. वित्तीय वर्ष समाप्त होने में मात्र तीन माह ही शेष रह गये हैं, लेकिन कई कार्यक्रम लक्ष्य से काफी पीछे हैं. गत माह तक मुख्यमंत्री जननी शिशु स्वास्थ्य योजना अंतर्गत कुल निबंधन लक्ष्य 39,770 हुआ लेकिन […]
देवघर : देवघर जिला का स्वास्थ्य महकमा सरकारी कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने में फिसड्डी साबित हो रहा है. वित्तीय वर्ष समाप्त होने में मात्र तीन माह ही शेष रह गये हैं, लेकिन कई कार्यक्रम लक्ष्य से काफी पीछे हैं. गत माह तक मुख्यमंत्री जननी शिशु स्वास्थ्य योजना अंतर्गत कुल निबंधन लक्ष्य 39,770 हुआ लेकिन मात्र 22,836 का ही निबंधन हुआ. साथ ही निबंधित 39770 महिलाओं के विरुद्ध संस्थागत प्रसव मात्र 15,544 का हुआ.
टीकाकरण कार्यक्रम भी पीछे
प्रतिरक्षण कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिला (टीटी) के लक्ष्य 39,770 के विरूद्ध उपलब्धि 20,591 है, जो लक्ष्य का 51.78 प्रतिशत ही है. बीसीजी प्रतिरक्षण का लक्ष्य 35035 के विरूद्ध उपलब्धि 29,220 है; जो लक्ष्य का 13.40 प्रतिशत है. डीपीटी़ पेंटावेलेन्ट के लक्ष्य 35035 के विरूद्ध उपलब्धि 23,169 है; जो लक्ष्य का 66.83 प्रतिशत ही है. पोलियो एवं मिजिल्स प्रतिरक्षण के लक्ष्य 35035 के विरूद्ध उपलब्धि क्रमश: 22014 एवं 22485 है जो लक्ष्य का 62.83 एवं 64.18 प्रतिशत ही है.
कुष्ठ निवारण कार्यक्रम में भी उपलब्धि कम
कुष्ठ निवारण कार्यक्रम के तहत 485 रोगियों की खोजकर उनकी चिकित्सा की गयी; जिसमें से 432 को रोग मुक्त किया गया. यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 795 लक्ष्य के विरूद्ध 597 रोगियों की चिकित्सा की गयी तथा 7600 लक्ष्य के विरूद्ध 6225 रोगियों के बलगम की जांच की गयी. इस तरह देवघर का स्वास्थ्य महकमा खुद स्वस्थ नहीं है.