देवघर: फरजी प्रमाण पत्र पर बहाल तीन जवानों के खिलाफ सार्जेट मेजर विजय कुमार सिंह ने नगर थाने में जालसाजी की प्राथमिकी दर्ज करायी है. जांच के बाद पुलिस कार्यालय से निर्गत जिला आदेश के तहत तीनों पुलिस कर्मियों 879 वीरेंद्र कुमार, 725 विकास कुमार व 742 मनीष कुमार को बरखास्त किया गया. वहीं एसपी के निर्देश पर आरोपित बरखास्त पुलिस जवानों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया. सार्जेट मेजर ने अलग-अलग प्रतिवेदन देकर नगर थाने में तीन मामला अंकित कराया. पुलिस तीनों मामले की पड़ताल में जुटी है.
कथित पिता ने कहा : वीरेंद्र उनका कोई नहींत्नपहले मामले में जिक्र है कि विशेष शाखा के एसपी ने क्षेत्रीय पदाधिकारी को गोड्डा जिले के बलबड्डा थाना क्षेत्र के मथुरा गांव भेज कर जांच करायी गयी. जांच में पता चला कि दिनेश यादव के दो पुत्र संजय यादव व अमरजीत यादव हैं, जो खेती करते हैं.
दिनेश ने भी क्षेत्रीय पदाधिकारी को लिखित दिया कि उनका दो पुत्र है. वीरेंद्र उनका कोई नहीं है.
मध्य विद्यालय जोगिया से जारी नहीं है विकास का प्रमाणपत्रत्न दुमका के एसपी ने नगर थाना प्रभारी को से पुलिस में बहाल विकास कुमार पिता उमाशंकर सिंह बंदरजोरी, दुमका के चरित्र, शैक्षिक व आवासीय प्रमाण-पत्रों की जांच करायी.
इस क्रम में रामगढ़ प्रखंड के मध्य विद्यालय जोगिया में थाना प्रभारी ने जांच की. जानकारी हुई वहां से विकास कुमार के नाम से कोई प्रमाण-पत्र निर्गत नहीं हुआ है. एसपी दुमका द्वारा दिये गये रिपोर्ट में जिक्र है कि विकास का शैक्षिक प्रमाण-पत्र जाली है. इस क्रम में जोगिया के प्रधानाध्यापक सहित बीइइओ व डीएसइ ने भी रिपोर्ट देकर कहा है कि ऐसा कोई प्रमाण-पत्र जारी नहीं हुआ है. प्रमाणपत्र पर अंकित पूर्व प्रधानाध्यापक डोमन हांसदा का हस्ताक्षर भी जाली प्रतीत होता है.
सीओ का रिपोर्ट मनीष का आवासीय गलतत्न पुलिस में बहाल करनीबाग निवासी मनीष कुमार का चरित्र व आवासीय प्रमाण-पत्र की जांच नगर इंस्पेक्टर से करायी गयी थी. इंस्पेक्टर ने अपने रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि बहाली में मनीष द्वारा प्रस्तुत किया गया आवासी प्रमाण-पत्र संख्या 1016 गलत है. सीओ ने पुष्टि किया है कि इस नंबर का प्रमाण-पत्र मनीष के नाम से निर्गत नहीं हुआ है.