बरौनी-हल्दिया पाइप लाइन के प्रभारी डीजीएम बीके चैधरी ने वरीय अधिकारियों को अवगत कराते हुए कहा कि पुलिस की तत्परता से पहले की अपेक्षा अब क्रूड आॅयल चोरी में कमी आयी है. साथ ही पुलिस द्वारा कई स्थानों पर चोरी के प्रयास को भी विफल किया गया है. लेकिन पूरी तरह से तेल चोरी को बंद करने के लिए नयी रणनीति की आवश्यकता है.
डीआइजी श्री शर्मा ने बताया कि नयी रणनीति के तहत शत-प्रतिशत क्रूड ऑयल चोरी रोकने का प्रयास किया जा रहा है. पूर्व की अपेक्षा घटनाओं में कमी आयी है. पूर्व में हुई क्रूड ऑयल चोरी में शामिल अधिकांश अपराधियों की पहचान कर ली गयी थी, जिस पर पुलिस का शिकंजा कसा जा रहा है. उन्होंने बताया कि तेल चोरी की घटना में यूपी, बिहार व बंगाल के कई गिरोह शामिल हैं. चोरी के बाद क्रूड ऑयल बड़े- बड़े महानगरों की फैक्टरियों में बेचा जा रहा है, जिसकी पहचान भी कर ली गयी है. तेल चोरी की घटना में कमी लाने के लिए इंडियन आॅयल के सुरक्षा गार्ड, ग्रामीण पुलिस व ग्रामीणों की मदद ली जाएगी. डीआइजी ने बताया कि तेल चोरी को रोकने के लिए पुलिस और टर्मिनल कर्मी के बीच एक विशेषज्ञ टीम बनायी जायेगी. जामताड़ा जिले के सभी थाना प्रभारी व जसीडीह थाना प्रभारी से पुराने मामलों की जानकारी ली गयी. उन्होंने थाना प्रभारी को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि पुराने मामले में संलिप्त आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार कर जेल भेजें और उनलोगों के खिलाफ पूरी साक्ष्य जुटायें ताकि न्यायालय से किसी भी शर्त पर नहीं छूट सके.
बैठक में देवघर एसपी ए विजयालक्ष्मी, देवघर एसडीपीओ दीपक कुमार, मधुपुर एसडीपीओ अशोेक कुमार सिंह, जामताड़ा एसडीपीओ आरबी शर्मा, जसीडीह थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह, करमाटांड थाना प्रभारी रवि ठाकुर, बिंदापाथर थाना प्रभारी बिक्रम प्रताप सिंह, हल्दिया के डीजीएम एस रे, टर्मिनल इंचार्ज सुनील अग्रवाल, डिपो इंचार्ज सुशील यादव समेत दर्जनों अधिकारी मौजूद थे. इधर, बैठक से पूर्व में आइओसी परिसर में डीआइजी ने पौधरोपण किया तथा टर्मिनल का जायजा लिया.