1.37 करोड़ का पथ अधूरा छोड़ गये संवेदक

सारठ: गांव को प्रखंड से जोड़ने को लेकर प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना का सारठ प्रखंड में बुरा हाल है. कई ऐसे सड़केें हैं, जो बनते ही उखड़ गयी और कई सड़कों का काम पूरा किये बगैर ही संवेदक फरार हो गये हैं. इससे निर्माण कार्य में जहां ओर गुणवत्ता पर प्रश्न चिह्न उठ रहा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 9:04 AM
सारठ: गांव को प्रखंड से जोड़ने को लेकर प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना का सारठ प्रखंड में बुरा हाल है. कई ऐसे सड़केें हैं, जो बनते ही उखड़ गयी और कई सड़कों का काम पूरा किये बगैर ही संवेदक फरार हो गये हैं. इससे निर्माण कार्य में जहां ओर गुणवत्ता पर प्रश्न चिह्न उठ रहा है.
वही दूसरी ओर पब्लिक मनी का दुरूपयोग में संवेदक एवं अभियंता की गठजोड खुलकर सामने रही है. सारठ प्रखंड के बोडवा से बेलवरणा रोड तक एनपीसीसी के द्वारा निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा रहा था. कार्य के लिए विभाग ने संवेदक अनंत इंफ्रास्ट्रक्चर को नियुक्त किया था. कार्य प्रारंभ होते ही गुणवता को लेकर ग्रामीणों ने कई बार आपत्ति जतायी. बावजूद संवेदक ने गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं किया. संवेदक की मनमानी यहां तक बढ़ गयी कि जहां से सड़क निर्माण किया जाना था, वहां से लगभग एक सौ फीट एवं कपसा से पिंडारी के बीच लगभग 400 फीट कार्य नहीं किया गया है.

उस समय ग्रामीणों ने विरोध किया था तो संवेदक ने कहा था कि यहां कालीकरण होग. इस कारण पीसीसी नहीं की जायेगी. ग्रामीणों ने बताया कि लगभग एक साल से संवेदक गांव तक नहीं आया. और न ही कार्य पूरा किया. मुखिया अब्दुल मियां, उपमुखिया अब्दुल कयूम अंसारी, ग्रामीण तसलीम मियां, मुस्तकीम अंसारी, फिरोज अंसारी, शाहबुद्दीन मियां, तकरीर मियां, इरफान मियां, करमुद्दीन मियां आदि ने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग मुख्यमंत्री से की है.

क्या कहते हैं मुखिया
कचुवाबॉक पंचायत के मुखिया अब्दूल मियां ने कहा कि सड़क निर्माण कार्य पूरा किये बगैर ही कार्य बंद है. संवेदक एक साल से गांव नहीं आये हैं. वे इस बाबत मुख्यमंत्री को शिकिायत-पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग करेंगे.

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