विराजपुर में जमीन विवाद से तनाव की स्थिति, ग्रामीण भयभीत

देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के विराजपुर मौजा में जमाबंदी नंबर 11 के प्लॉट नंबर एक स्थित कुल 6.77 एकड़ जमीन पर हुए विवाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. मंगलवार को हुई रोड़बाजी की घटना के बाद अब पुलिसिया कार्रवाई से ग्रामीण भयभीत हैं. इस घटना में राजेशानंद झा के बयान पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2016 8:09 AM
देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के विराजपुर मौजा में जमाबंदी नंबर 11 के प्लॉट नंबर एक स्थित कुल 6.77 एकड़ जमीन पर हुए विवाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. मंगलवार को हुई रोड़बाजी की घटना के बाद अब पुलिसिया कार्रवाई से ग्रामीण भयभीत हैं.

इस घटना में राजेशानंद झा के बयान पर गांव के फुलचंद्र मांझी, राजेश मांझी, नुनू मांझी, मंगली मांझी समेत अज्ञात लोगों पर मारपीट व छिनतई की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी थी. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई की गयी. मामले में पुलिस की छापेमारी से घर की महिलाएं डरी-सहमी हैं. पुरुष घर छोड़कर भाग गये हैं. अन्य ग्रामीणों में इतना भय है कि लोगों को रास्ता बदलकर रोजी-रोटी की जुगाड़ में देवघर जाना पड़ रहा है.

मंगलवार को उक्त जमीन की घेराबंदी के लिए नींव खुदाई की जा रही थी, इस पर आपत्ति करने के दौरान ही विवाद हो गया. ग्रामीणों का कहना है कि उल्टे जमीन घेरने आये लोगों ने ही महिलाओं के साथ मारपीट व गाली-गलौच किया, लेकिन पुलिस की मिलीभगत से ग्रामीणों को ही फंसा दिया गया. अब पुलिस ग्रामीणों को परेशान कर रही है. विराजपुर की इस जमीन को जहां ग्रामीण नावल्द होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरा पक्ष इसे रैयती बताकर अपना दावा पेश कर रहे हैं. पूर्व में भी कई बार इस जमीन पर विवाद हो चुका है.

उच्छेदी है विराजपुर की जमीन : फुलचंद्र : विराजपुर निवासी वार्ड सदस्य फुलचंद्र मांझी ने कहा कि विराजपुर मौजा की जमाबंदी नंबर 11 के प्लॉट नंबर एक स्थित कुल 6.77 एकड़ जमीन उच्छेदी है. उच्छेदी जमीन को लेकर अनुमंडल कोर्ट में केस भी चल रहा है. उक्त जमीन का कोई वंशज ही नहीं है, इसे फौती घोषित करने की मांग है. 20 वर्षों से यह विवाद चल रहा है, लेकिन कोर्ट की अवहेलना करते हुए जमीन पर कार्य किया जा रहा है. विरोध करने पर महिला के साथ मारपीट हुई.

Next Article

Exit mobile version