अगले सात वर्षों में कल-कल बनेगी गंगा : उमा भारती
।। प्रतिनिधि।। साहिबगंज : झारखंड को गंगा का मॉडल स्टेट बनाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को दिया है, जल्द ही इस दिशा में केंद्र सरकार पहल करेगी. साहिबगंज गंगा तट पर बनने वाला मॉडल पूरे देश के लिए एक उदाहरण होगा. उक्त बातें केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने साहिबगंज व राजमहल गंगा […]
।। प्रतिनिधि।।
साहिबगंज : झारखंड को गंगा का मॉडल स्टेट बनाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को दिया है, जल्द ही इस दिशा में केंद्र सरकार पहल करेगी. साहिबगंज गंगा तट पर बनने वाला मॉडल पूरे देश के लिए एक उदाहरण होगा. उक्त बातें केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने साहिबगंज व राजमहल गंगा घाटों के निरीक्षण के बाद नमामि गंगा कार्यशाला में जनप्रतिनिधियों को संबाेधित करते हुए कही. शुक्रवार को साहिबगंज के सिदो-कान्हू सभागार में आयोजित पंचायत समिति, जिला परिषद सदस्य व मुखिया के कार्यशाला में उन्होंने कहा कि साहिबगंज गंगा नदी और राजमहल गंगा नदी किनारा के लिए अलग-अलग योजना बनी हुई है. ग्रामीणों के सुविधानुसार वह सारी योजना बनायी गयी है. जिससे उनको पूरा पूरा लाभ मिल सके.
बनेगा आधुनिक शव-दाह गृह
उन्होंने कहा कि दोनों जगहों पर श्मशान घाट में आधुनिक प्रणाली का शव दाह गृह का निर्माण कराया जायेगा. जिसमें लकड़ी व बिजली दोनों के ही माध्यम से दाह संस्कार किया जायेगा. किसी की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होगा. गंगा नदी के अंदर गंदे पानी को जाने से रोकने के किए सिवरेज सिस्टम प्लांट लगाया जायेगा. जिससे गंगा को निर्मल रखा जा सके. वैसा शौचालय भी नहीं बनायेंगे जहां गाय और बकरी बांधी जा रही है.
साहिबगंज की धरती पवित्र है
सुश्री भारती ने कहा कि झारखंड के साहिबगंज जिला में गंगा नदी का बहाव है यह धरती बहुत ही पवित्र धरती है. यहां हमने पहले भी गंगा आरती कर इस धरती को नमन किया था. साहिबगंज व राजमहल के लिए जितनी भी योजना है. उन सभी योजनाओं की आधारशीला 15 मई से पूर्व रखा जायेगा.
प्रधानमंत्री के भरोसे पर उतरूंगी खरा
उन्होंने कहा कि जिस भरोसे के साथ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे मंत्रालय के लिए काम के लिए 25 हजार करोड़ का बजट दिया है. उस भरोसे पर खरा उतरना चाहती हूं और अगले सात वर्षों के अंदर स्वच्छ, निर्मल और अविरल गंगा बनाना चाहती हूं. इसका प्रमाण-पत्र कोई लैब से मुझे नहीं लेना है. इसका प्रमाण हमे जनता देगी, जब गंगा में जल प्राणी क्रीड़ा करते नजर आयेंगे. गंगा में डॉल्फिन, कछुआ, मछली, सुवर्ण और अन्य प्राणियों को उचित स्थान पर देखा जायेगा.
फरक्का से पटना तक गंगा तल में जमा बालू को हटाया जायेगा
कार्यक्रम के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि फरक्का-बैरेज व बांग्लादेश जलसंधि एक अंतरराष्ट्रीय मामला है. इस पर कुछ भी नहीं कहूंगी. हां, गंगा के अविरल धारा बनाने के लिए जो कुछ भी करना होगा मैं करूंगी. फरक्का से पटना तक तल में बालू का जमा होना बड़ी समस्या है. इसके लिए डीसेलिनेशन करना ही एक मात्र उपाय है. पर्यावरण मंत्रालय से बात हुई है. इस क्षेत्र में डीसेलिनेशन का काम भी शुरू होगा.
ये सारी योजना 15 मई 2016 से पूर्व लागू कर दी जायेगी. इस कार्यशाला में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, बोरियो विधायक ताला मरांडी, राजमहल विधायक अनंत ओझा, केंद्रीय जलसंसाधन सचिव रंजीत भार्गव, जलसंसाधन सचिव एपी सिंह, नगर विकास सचिव अरुण कुमार सिंह, पेयजल एवं स्वच्छता सचिव सुखदेव सिंह, नगर अध्यक्ष राजेश प्रसाद गोंड, उपायुक्त उमेश प्रसाद सिंह, एसपी सुनील भास्कर आदि मौजूद थे.