जबकि योजना के संवेदक कंपनी आइवीआरसीएल ने अक्तूबर 2015 तक जोन टू का काम पूरा कर विभाग को समर्पित कर दिया था. इधर कार्यपालक अभियंता ने सारी प्रक्रियाअों को पूरी करने के बाद वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 31मार्च 2016 को निगम के सीइअो(मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी) को पत्र भेजकर हैंडअोवर कर दिया.
इसके रखरखाव की जिम्मेदारी निगम को दी जाने की बात कही गयी है. लेकिन नगर निगम के कार्यालय में इसे दो अप्रैल की तिथि को स्वीकृत किया गया. उल्लेखनीय है कि संवेदक कंपनी आइवीआरसीएल कंपनी ने देवघर शहरी क्षेत्र को दो जोन में बांट कर (जोन-वन व जोन टू) वर्ष 2007 से योजना का काम शुरू किया था.