देवघर: विधानसभा स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य में उग्रवाद से लड़ने के लिए संसाधन की कमी जरूर है, लेकिन ऐसी बात भी नहीं है कि उग्रवाद से नहीं लड़ा जा सकता है. बंदूक के बल नक्सल समस्या का हल नहीं हो सकता है. इस पर वार्ता होनी चाहिए. सरकार व उग्रवाद के बीच संवाद बनाना होगा.
स्पीकर ने कहा कि सरकार से इस पूरे मामले पर बात की जायेगी. उन्होंने कहा कि देवघर पूर्ण रूप से नक्सलियों की गिरफ्त में आ चुका है. पहले भी मोहनपुर व मधुपुर में नक्सल घटना हो चुकी है. देवघर में बाबा मंदिर, रिखिया आश्रम व सत्संग आश्रम है. यहां बड़ी संख्या में भीड़ जुटती है. ऐसी परिस्थिति आंतरिक सुरक्षा पर सवाल उठ सकता है. देवघर पुलिस को पहले से सतर्कता बरतनी थी. सरकार को देवीपुर एरिया में आइआरबी कैंप अथवा जैप ट्रेनिंग सेंटर बनाना चाहिए.
देवघर सदर अस्पताल की हालत पीएचसी से भी बदतर : स्पीकर ने कहा कि देवघर सदर अस्पताल की हालत पीएचसी से भी बदतर है. यहां लेडीज डॉक्टर की कमी है. आश्चर्य है कि स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण के बाद भी सदर अस्पताल की हालात में सुधार नहीं है. मरीजों के लिए कंबल तक की व्यवस्था नहीं है. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग को गंभीर होना चाहिए.
मोदी ने अपनी पार्टी के ही शासन को कोसा : स्पीकर ने कहा कि नरेंद्र मोदी की रैली एक आम रैली थी. लेकिन इसमें विकास के मुद्दे पर मोदी ने झारखंड के 13 वर्षो के शासन में अधिकांश अपनी ही पार्टी के अर्जुन मुंडा के शासन को कोसा है.