विस्थापितों ने निर्माण कार्य रोका, वापस मांगी जमीन
जसीडीह: पुनासी के छोटा खरवा में पुनर्वास स्थल पर घेराबंदी कार्य शुरू होने से पहले ही शुक्रवार को विस्थापितों ने इसे रोक दिया. उन्होंने निर्माण कार्य का विरोध जताते हुए जमीन पुन: वापस लौटाने की मांग की है. इससे घेराबंदी कराने पहुंचे अधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा. मौके पर पथरघट्टा, नावडीह व छोटा खरवा […]
जसीडीह: पुनासी के छोटा खरवा में पुनर्वास स्थल पर घेराबंदी कार्य शुरू होने से पहले ही शुक्रवार को विस्थापितों ने इसे रोक दिया. उन्होंने निर्माण कार्य का विरोध जताते हुए जमीन पुन: वापस लौटाने की मांग की है.
इससे घेराबंदी कराने पहुंचे अधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा. मौके पर पथरघट्टा, नावडीह व छोटा खरवा के ग्रामीण विनय यादव, तीर्थ महतो, लटू महतो, भुनेश्वर महतो, बैद्यनाथ महतो, बुधन यादव, मनका देवी, जिरिमा देवी, गीता देवी, बीनो देवी, कमली देवी, बिलखी देवी, जयंती देवी, अनार देवी, सावित्री देवी, मीना देवी, बालो महतो, भोला महतो आदि ने बताया कि पूर्व में जल संसाधन विभाग की ओर से जलजमाव के लिए क्षेत्र का अधिग्रहण किया था.
जिसमें विस्थापितों को 3000 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से भुगतान किया था. लेकिन उक्त स्थल पर 27 वर्ष तक कोई कार्य नहीं किया गया. उक्त जमीन पर शुक्रवार को पुनर्वास स्थल पर निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है. हम लोगों की जमीन डूबा क्षेत्र में है तथा हमारे रहने की जगह नहीं है. यह जमीन ऊंचे स्थान पर है. इसे वापस किया जाये. उन्होंने कहा कि केंद्रीय पूनर्वास नीति में जिक्र है कि जिस जमीन पर पांच साल तक सरकारी कार्य नहीं किया गया है, तो छठे साल रैयतों को जमीन वापस मिल जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि हमें नौकरी भी नहीं दी गयी है.