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इस्तेमाल में नहीं शौचालय, दे दिया पुरस्कार शौचालय लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत दुमदुमी पंचायत का सच फोटो 02 चितरा 01, 02, 03, 04 अधूरा षौचालय, 05 खुले में जाते हैं षौच बताते ग्रामीण, फोटो मुखिया रीना व सामाजिक कार्यकर्ता विवेक रायग्रामीणों ने कहा अब भी खुले में शौच के लिए अभिशप्त हैं गांव […]
इस्तेमाल में नहीं शौचालय, दे दिया पुरस्कार शौचालय लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत दुमदुमी पंचायत का सच फोटो 02 चितरा 01, 02, 03, 04 अधूरा षौचालय, 05 खुले में जाते हैं षौच बताते ग्रामीण, फोटो मुखिया रीना व सामाजिक कार्यकर्ता विवेक रायग्रामीणों ने कहा अब भी खुले में शौच के लिए अभिशप्त हैं गांव के लोगअधिकतर शौचालय हैं अधूरे, किसी में दरवाजा नहीं तो कुछ है छतविहीन चितरा. चितरा थाना की दुमदुमी पंचायत को शौचालय निर्माण का लक्ष्य पूरा करने के लिए पुरस्कृत किया गया है. हाल में ही राज्य सरकार ने इस दुमदुमी को शौचालय निर्माण के लिए उत्कृष्ट पंचायत का दर्जा दिया है. लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और कहानी बयान करती है. पंचायत के कई शौचालय इस तरह बनाये गये हैं कि लोग उसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. किसी शौचालय में दरवाजे नहीं हैं तो कुछ की छत गायब है. कहीं गाय-भैंस बांधे जा रहे हैं तो कहीं-कहीं कुछ शौचालय बस्ती से दूर होने के कारण अनुपयोगी होकर निरर्थक हो गये हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में शौचालय निर्माण के नाम पर महज खानापूर्ति की गयी है. इसमें पानी, दरवाजे, छत आदि की समुचित व्यवस्था नहीं है. यही कारण है कि गांव के लोग आज भी खुले में शौच के लिए विवश हैं. पंचायत के आसनसोल गांव निवासी रेणु देवी कहती है- ‘ ‘शौचालय का निर्माण तो करा दिया गया, द्वार पर गेट नहीं लगाये गये. पानी की भी व्यवस्था नहीं की गयी. इस कारण हम लोग शौचालय का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं.’ कहा कि जब सहिया से गेट लगवाने के लिए कहा गया तो सहिया पति ने कहा कि अपने पैसे से गेट लगवा लो. दूसरा ग्रामीण फाल्गुनी पाण्डेय ने कहा कि आसनसोल गांव के सभी लोग खुले में शौच जाते हैं. दुमदुमी पंचायत के सतुवाबाद गांव निवासी पुटल महतो, मनोरमा देवी, करूणा देवी, जोखना देवी, रेखा देवी, रीना देवी आदि ने कहा कि शौचालय उपयोग करने लायक नहीं है. पंचायत के भुईंयाडीह गांव निवासी सगिया देवी, भूलो देवी, श्यामा देवी, जटली देवी व बंसती देवी ने कहा कि शौचालय का निर्माण तो जैसे-तैसे कर दिया गया, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. पंचायत के दुन्दवाजोरी गांव निवासी धीरेन्द्र महतो व नेपाल महतो ने कहा कि दो शौचालय निर्माण के नाम पर मात्र 10 हजार रूपये दिये गये हैं, जबकि 24000 रूपये देने चाहिए. पूरा पैसा नहीं देने के कारण शौचालय का निर्माण नहीं हो सका. रवानी टोला निवासी मनोज रवानी, कार्तिक रवानी, सुभा देवी, त्रिपुरारी रवानी, सुलेखा देवी, जगदीष रवानी, अशोक रवानी आदि ने कहा कि हम लोग इस टोला में 25 परिवार है. मात्र 9 शौचालय बनवाये गये हैं और आज भी आधे-अधूरे हैं. आसनसोल निवासी सह सामाजिक कार्यकर्ता विवेक राय ने कहा कि दुमदुमी पंचायत में मात्र 50 फीसदी शौचालय का नर्मिाण हुआ है और आज भी अधूरा है. क्या कहतें हैं पूर्व मुखियाः पंचायत के पूर्व मुखिया मणीभूषण दास ने कहा कि शौचालय का निर्माण हुआ है. लोग जागरूकता की कमी के कारण उपयोग में नहीं ला रहे हैं. रखरखाव के कारण शौचालय जर्जर हो गये हैं. क्या कहती हैं मुखिया इस संबंध में पंचायत की मुखिया रीना देवी ने कहा कि दुमदुमी में शौचालय की स्थिति काफी दयनीय है. शौचालय के नाम पर घोटाला किया गया है. लाभुक के हाथ में चेक नहीं देकर बिचौलिया के हाथों चेक दिया गया है. जिसके कारण आज भी लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है.