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बेटी की जिद के आगे झुके अभिभावक पढ़ाई जारी रखने को हुए तैयारप्रभात इंपैक्ट छात्रा की पढ़ाई जारी रखनें मे हर संभव मदद किया जाएगा- जिप अध्यक्षछात्रा ने प्रभात खबर को कहा शुक्रिया छात्रा की पढ़ाई जारी रखने के लिए आगे आये जनप्रतिनिधि फोटोः- 1 पिता सामाउन मल्लिक, 2 माता हसीदा बीबी, 3 मुखिया सरीता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

बेटी की जिद के आगे झुके अभिभावक पढ़ाई जारी रखने को हुए तैयारप्रभात इंपैक्ट छात्रा की पढ़ाई जारी रखनें मे हर संभव मदद किया जाएगा- जिप अध्यक्षछात्रा ने प्रभात खबर को कहा शुक्रिया छात्रा की पढ़ाई जारी रखने के लिए आगे आये जनप्रतिनिधि फोटोः- 1 पिता सामाउन मल्लिक, 2 माता हसीदा बीबी, 3 मुखिया सरीता देवी, 4 जिप अध्यक्ष रीता राय प्रतिनिधि4पालोजोरीअंतत: पढ़ाई के प्रति बेटी का जज्बा देख माता-पिता भी उसकी जिद के आगे झुक गये. गोपालपुर गांव निवासी समाउन मल्लिक व हसीदा बीबी ने पुत्री गजाला परवीन की आगे की पढ़ाई की रजामंदी दे दी है. इससे गजाला के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है व वह अपने भविष्य को संवारने की तैयारी में भी जुट गयी. बच्ची के पढ़ाई के प्रति लगन की खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित किये जाने के बाद जनप्रतिनिधि भी उसकी पढ़ाई जारी रखने के लिए हर संभव सहायता व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नामांकन कराने के लिए अपनी पहल आरंभ कर दी है. गजाला अपने ननिहाल सारठ के कचुवाबांक में रह कर पढ़ाई कर रही है. घर से पांच किमी दूरी का फासला तय कर वह बसहा उच्च विद्यालय में पढ़ाई भी कर रही है. लेकिन घर से स्कूल की दूरी व परेशानियों के बाद माता-पिता ने आगे की पढ़ाई बंद करने की बात कही थी. लेकिन, पढ़ाई छूटने के गम में छात्रा गजाला परवीन ने अपनी जान दावं पर लगा दी. खर्च वहन करने में सक्षम नहीं: पितागजाला के पिता समाउन मल्लिक का कहना है कि वह मजदूरी कर किसी तरह अपना परिवार चलाते हैं. इधर कुछ दिनों से उसके दोनों पैरों की ताकत कम होती जा रही है. जिस कारण वह नियमित काम नहीं कर पा रहे हैं व मजदूरी मिलने में परेशानी होती है. बच्ची की पढ़ाई जारी रखने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है. पढ़ाई का खर्च वहन नहीं कर पाने के कारण पढ़ाई बंद करने का फैसला लिया गया. अगर सरकारी सुविधा मिले और बच्ची का नामांकन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में हो तो पढ़ाई जारी रख सकते हैं. स्कूल भेजने में हो रही परेशानी काे देख लिया फैसला: मां मां हसीदा बीबी ने बताया कि वह नजदीक में उच्च विद्याय नहीं रहने व अकेले स्कूल भेजने में हो रही परेशानी को देख पढ़ाई बंद करने का फैसला लिया. लेकिन बेटी ने पढ़ाई जारी रखने की जिद में जान देने की कोशिश की. अब बच्ची का नामांकन केजीएवी में कराने के लिए प्रयास करेंगे. इसके लिए जनप्रतिनिधियों से भी मदद की गुहार करेंगे.केजीएवी में नामांकन का करेंगे प्रयास: मुखियासरकार लड़कियों की पढ़ाई में काफी खर्च कर रही है. उसका नामांकन केजीएवी में कराने का प्रयास किया जाएगा. सरिता देवी, मुखियाहर संभव दिलायेंगे मदद: जिप अध्यक्षजिप अध्यक्ष रीता देवी ने बताया कि पढ़ाई छूटने के गम में छात्रा द्वारा जान देने की कोशिश की खबर अखबार के माध्यम से मिली. छात्रा को आगे पढ़ाई जारी रखने के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध कराया जाएगा. सरकार द्वारा छात्राओं की पढ़ाई के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. छात्रा का नामांकन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कराया जाएगा.

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