48 अपग्रेड स्कूलों में शिक्षकों की तंगी, पढ़ाई प्रभावित
देवघर : शैक्षणिक वर्ष 2009-10 से लेकर शैक्षणिक वर्ष 2013-14 में देवघर के 48 स्कूलों को हाइस्कूल में अपग्रेड किया गया है. विभागीय नियम के तहत प्रत्येक स्कूलों में एक हेडमास्टर, 11 शिक्षक, एक लिपिक व दो आदेशपाल का पद स्वीकृत है. लेकिन, विभाग द्वारा नियुक्ति एवं शिक्षकों का पदस्थापन नहीं किये जाने के कारण […]
देवघर : शैक्षणिक वर्ष 2009-10 से लेकर शैक्षणिक वर्ष 2013-14 में देवघर के 48 स्कूलों को हाइस्कूल में अपग्रेड किया गया है. विभागीय नियम के तहत प्रत्येक स्कूलों में एक हेडमास्टर, 11 शिक्षक, एक लिपिक व दो आदेशपाल का पद स्वीकृत है. लेकिन, विभाग द्वारा नियुक्ति एवं शिक्षकों का पदस्थापन नहीं किये जाने के कारण आज भी विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के पठन-पाठन कराने की जिम्मेदारी प्राइमरी शिक्षकों के कंधों पर है. वर्तमान में प्रत्येक स्कूलों में औसतन तीन से चार शिक्षक ही कार्यरत हैं. स्कूलों में विषयवार शिक्षकों के नहीं होने के कारण छात्रों के पठन-पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.
विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो शैक्षणिक वर्ष 06-07 में जिले के 14 मिडिल स्कूल को हाइस्कूल में अपग्रेड किया गया था. विभागीय नियम के तहत पिछले वर्ष यहां 75 शिक्षकों का पदस्थापन किया गया था. वर्तमान में अपग्रेड हाइस्कूलों में अध्ययनरत छात्रों की संख्या करीब 10 हजार है.
क्या कहते हैं डीइओ
48 अपग्रेड स्कूलों में शिक्षकों का पदस्थापन नहीं हुआ है. वर्तमान में प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकगण ही पठन-पाठन का संचालन कर रहे हैं. नयी नियुक्ति होने के शिक्षकों का पदस्थापन अपग्रेड में किया जायेगा.
– उदय नारायण शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, देवघर