देवघर: ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल को ‘मुख्यमंत्री विकास योजना ’ का फंड भी सौंपा गया है. बड़े-बड़े पुल व रोड का निर्माण करने वाली विशेष प्रमंडल को मुख्यमंत्री विकास योजना में बांध जीर्णोद्धार, सिंचाई कूप जीर्णोद्धार व नाला निर्माण जैसा काम भी सौंपा गया है. आखिर एक ही विभाग को बड़े से लेकर छोटे-छोटे काम सौंपने का क्या कारण है, यह रहस्य बना हुआ है.
जबकि देवघर डिवीजन में जिला परिषद, एनआरइपी, आरइओ, भवन निर्माण विभाग समेत प्रखंडों में अभियंताओं की फौज है. बावजूद बड़ी नदियों पर उच्चस्तरीय पुल निर्माण के साथ-साथ बांध व कूप जीर्णोद्धार जैसे छोटे कार्य विशेष प्रमंडल विभाग को क्यों सौंप दिया गया. बीआरजीएफ, आइएपी, नगर निगम, समाज कल्याण, एमपी-एमएलए फंड की चार दर्जन से अधिक योजनाएं पेंडिंग होने के बावजूद मुख्यमंत्री विकास योजना का कार्य विशेष प्रमंडल को पिछले दो वर्षो के दौरान सौंपा गया. विशेष प्रमंडल की मासिक प्रगति रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री विकास योजना में कुल 33 योजनाएं विभाग के स्तर से करवाया जा रहा है.
कुल 33 योजनाओं में 40 लाख रुपये विभाग को आवंटित किया गया है. इसमें नौ योजनाएं वित्तीय वर्ष 2013-14 में विभाग के जिम्मे दी गयी. जबकि पहले से विभाग के पास लंबित योजनाओं की लंबी लिस्ट थी. मुख्यमंत्री विकास योजना की 13 योजना सामान्य है, जबकि नौ योजना जल समृद्धि से जुड़ा है.