नेताओं से तंग प्रबंधन ने दी बंदी की चेतावनी, सीएम के हस्तक्षेप से सुलझा विवाद

मधुपुर: देश-विदेश में प्रसिद्ध लॉ ओपाला फैक्ट्री प्रबंधन इन दिनों सफेदपोश राजनेताओं से परेशान है. इतना परेशान कि प्रबंधन ने मधुपुर की फैक्ट्री को बंद करने तक की चेतावनी दे दी. क्योंकि आये दिन फैक्ट्री में सफेदपोश नेताओं के बहकावे में आकर मजदूरों की हड़ताल, यूनियनबाजी वगैरह लगातार हो रही थी. मजदूरों के असहयोगात्मक रवैये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 9:35 AM
मधुपुर: देश-विदेश में प्रसिद्ध लॉ ओपाला फैक्ट्री प्रबंधन इन दिनों सफेदपोश राजनेताओं से परेशान है. इतना परेशान कि प्रबंधन ने मधुपुर की फैक्ट्री को बंद करने तक की चेतावनी दे दी. क्योंकि आये दिन फैक्ट्री में सफेदपोश नेताओं के बहकावे में आकर मजदूरों की हड़ताल, यूनियनबाजी वगैरह लगातार हो रही थी. मजदूरों के असहयोगात्मक रवैये के कारण फैक्ट्री का उत्पादन भी प्रभावित हो रहा था. प्रबंधन की मानें तो ये लोग इतने परेशान हैं कि अब अपना कारोबार यहां से समेटने का मूड बना रहे हैं.
जब इतने बड़े फैसले की खबर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे को लगी तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव से बात की. उन्हें पूरी घटना से अवगत कराया. एक विदेशी फेम की फैक्ट्री बंद होने की बात को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया और मुख्य सचिव से क्वीक एक्शन लेने को कहा. मुख्य सचिव ने डीसी व एसपी को निर्देश दिया कि अविलंब प्रबंधन से बात करें, उनकी शिकायतें और मजदूरों की बात को सुनकर मामले को सार्ट आउट करें.
उच्चस्तरीय निर्देश के बाद डीसी, एसपी ने कराया समझौता
इस तरह हाइ लेवल निर्देश के बाद डीसी अरवा राजकमल व पुलिस अधीक्षक ए विजयालक्ष्मी अन्य अधिकारियों के साथ बुधवार को कारखाना पहुंचे. कारखाना में अधिकारियों ने मजदूर संगठन व कारखाना प्रबंधन से लंबी बातचीत के बाद बीच का रास्ता निकालते हुए सलह कराया गया. हुए समझौते के मुताबिक सरकार के नियमानुसार 1 अप्रैल 16 से 26 दिन काम और चार दिन अवकाश लागू किया गया है. मजदूर इसके विरोध में है. वे लोग पूर्व की भांति अवकाश के दिन ओवर टाइम कराने और इस दौरान दोगुना मजदूरी भुगतान की मांग पर अडे थे. वार्ता के बाद तय हुआ कि जो 26 दिन काम करेंगे उन्हें 26 दिन का ही वेतन मिलेगा. लेकिन अगर कोई स्वेच्छा से 28 दिन काम करने को तैयार है तो इन्हें दो दिन के दौरान दोगुना हाजिरी भुगतान किया जायेगा. अर्थात उन्हें 30 दिन के पैसे मिलेंगे.समझौते में यह भी कहा गया है कि कारखाना में उत्पादन का स्तर और मशीन में श्रमिक की उपलब्धता के अनुसार बनाये रखेंगे.
बैठक में जो थे शामिल
जिसमें उपायुक्त व एसपी के अलावे एसडीओ रामवृक्ष महतो, एसडीपीओ रविकांत भूषण, प्रशिक्षु आइपीएस सुजाता कुमारी, सीओ संजय कुमार प्रसाद, बीडीओ संतोष कुमार चौधरी, उपश्रमायुक्त राकेश कुमार प्रसाद, देवघर डीएसपी दीपक पांडेय, कारखाना उपाध्यक्ष अविनाश कुमार सिन्हा, वरीय महाप्रबंधक राहत अली के अलावे श्रमिकों की ओर से सलाहकार मो जियाउल हक, अध्यक्ष शिवा दास, मो शमीम, असलम, अशोक झा, प्रमोद राय, कबरूद्वीन, अमर, मजहर आदि मौजूद थे.

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