शरद पूर्णिमा पर बाबा मंदिर में 80 हजार भक्तों ने चढ़ाया जल

शारद पूर्णिमा के अवसर पर बाबा मंदिर में सुबह से लेकर शाम तक काफी भीड़ रही. पट बंद होने तक करीब 80 हजार भक्तों ने जलार्पण किये. वहीं शीघ्रदर्शनम कूपन लेने वाले भक्तों की संख्या भी चार हजार के पार हो गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 17, 2024 9:39 PM

संवाददाता, देवघर शारद पूर्णिमा के अवसर पर बाबा मंदिर में सुबह से लेकर शाम तक काफी भीड़ रही. पट बंद होने तक करीब 80 हजार भक्तों ने जलार्पण किये. वहीं शीघ्रदर्शनम कूपन लेने वाले भक्तों की संख्या भी चार हजार के पार हो गयी. मंदिर का पट खुलते ही पूरा परिसर भक्तों से पट गया था. कूपन वाली कतार में भी सुबह आठ बजे से लेकर 11 बजे तक काफी भीड़ देखी गयी. भीड़ के कारण कई बच्चे भी परिजन से बिछड़ गये, जिन्हें मंदिर कंट्रोल रूम लाया गया तथा सूचना प्रसारण के माध्यम से बच्चों को परिजनों से मिलाने का काम शाम चार बजे तक जारी रहा. गंगा स्नान कर शिव पर जलार्पण करने पहुंचे भक्त पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर बाबा भोले नाथ पर जलार्पण करने से बाबा के अलावा चंद्रमा तथा मां गंगा की अपने भक्तों पर खास कृपा होती है. बाबा मंदिर के इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित बताते हैं कि पूर्णिमा का खास महत्व है. ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा को चंद्र दिवस के रूप में माना गया है. इसलिए इस दिन का चंद्रमा स्वामी होते हैं. वहीं शिव पुराण में बताया गया है कि बाबा भोलेनाथ को चंद्रमा तथा मां गंगा दोनों ही प्रिय हैं इसलिए इन दोनों को बाबा ने अपने माथे पर स्थान दिया है. इसलिए इस दिन गंगा स्नान तथा महादेव के मस्तक पर गंगा जल से अभिषेक का खास महत्व माना गया है. इस कारण ही बाबा मंदिर में पूर्णिमा पर अधिक भीड़ होती है. गुरुवार को मंदिर का पट खुलने के पूर्व ही कतार क्यू कॉम्प्लेक्स से बाहर निकल कर मानसरोवर तट के किनारे देखी गयी. भीड़ के कारण बाबा मंदिर का पट भी शाम के करीब पांच बजे बंद हुआ. पट बंद होने तक 4001 भक्तों ने कूपन लेकर जलार्पण किये.

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