जसीडीह में लकड़ी माफिया सक्रिय लाखों के काटे सागवान पेड़

जसीडीह: जसीडीह के ग्रामीण क्षेत्रों में लकड़ी माफिया सक्रिय हो गये हैं. आये दिन किसी न किसी सरकारी क्षेत्र व जंगल क्षेत्र में लाखों की लकड़ी काट कर अवैध रूप से तस्करी कर रहे हैं. इसके बावजूद न तो प्रशासन और न हीं वन विभाग के पदाधिकारी इन माफियाओं व लकड़ी के अवैध धंधा पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2014 9:28 AM

जसीडीह: जसीडीह के ग्रामीण क्षेत्रों में लकड़ी माफिया सक्रिय हो गये हैं. आये दिन किसी न किसी सरकारी क्षेत्र व जंगल क्षेत्र में लाखों की लकड़ी काट कर अवैध रूप से तस्करी कर रहे हैं.

इसके बावजूद न तो प्रशासन और न हीं वन विभाग के पदाधिकारी इन माफियाओं व लकड़ी के अवैध धंधा पर शिकंजा कसने के लिए कारगर कदम उठा रहे हैं.

लकड़ी माफियाओं ने कई माह पूर्व जसीडीह औद्योगिक क्षेत्र के बंद पड़े टाटा कंपनी में लगे सैकड़ों कीमती पेड़ों को काट कर बेच दिया. इसकी शिकायत कंपनी में कार्यरत श्रमिकों ने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन से गुहार भी लगायी. इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर देवघर सीओ ने बंद टाटा कंपनी पहुंच कर काटे गये पेड़ों की जांच भी की. जांच प्रक्रिया के कुछ दिन बीतने के बाद माफियाओं ने बिहार सरकार के पियाडा द्वारा अधिग्रहण किये गये जसीडीह के चटर्जी बगान (वर्तमान में एसपीयाडा) में लगे सागवान पेड़ों को चोरी-छीपे काट कर बेच रहे हैं. इस संबंध में विभागीय पदाधिकारी से संपर्क करने पर संपर्क नहीं हो सका.

Next Article

Exit mobile version