कुष्ठाश्रम अस्पताल के सामने मची है जमीन लूटने की होड़
देवघर: राजकुमारी कुष्ठाश्रम अस्पताल परिसर में सदर अस्पताल अभी पूरी तरह स्थानांतरित भी नहीं हुआ है, लेकिन परिसर के सामने स्वास्थ्य विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करने की होड़ लग गयी है. आसपास के दबंग लोग सरकारी भवनों के आगे की स्वास्थ्य विभाग की जमीन व सड़क किनारे की सरकारी जमीन पर बांस गाड़ […]
देवघर: राजकुमारी कुष्ठाश्रम अस्पताल परिसर में सदर अस्पताल अभी पूरी तरह स्थानांतरित भी नहीं हुआ है, लेकिन परिसर के सामने स्वास्थ्य विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करने की होड़ लग गयी है. आसपास के दबंग लोग सरकारी भवनों के आगे की स्वास्थ्य विभाग की जमीन व सड़क किनारे की सरकारी जमीन पर बांस गाड़ कर घेराबंदी करने लगे हैं.
इसके लिए तरी भी खोदा जाने लगा है. आलम यह है कि एक सप्ताह पूर्व यहां रातोरात मंदिर तक बन गया. मंदिर के आगे चबूतरा निर्माण भी हो गया और अगल-बगल बांस से एक भूखंड के टुकड़े की घेराबंदी भी कर ली गयी. इस ओर पुलिस-प्रशासन का ध्यान ही नहीं है. वहीं स्वास्थ्य विभाग भी मौन बन कर बचाव में लगी हुई है.
इस कारण दबंगों का मन बढ़ गया है. वे पुलिस-प्रशासन की अनदेखी का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं. गुरुवार की दोपहर में तो वहां मेला सा नजारा था. करीब 40-50 की संख्या में नौजवान व अन्य लोग अपने-अपने पाले में जमीन पर बांस गाड़ते दिखे. मामले की सूचना पाकर प्रभात खबर की टीम वहां पहुंची तो उन्हीं में से कुछ लोग जमीन पर अवैध कब्जे का विरोध करने लगे. इस दौरान पक्ष लेने सीएस कार्यालय पहुंचे तो सीएस डॉ एससी झा नहीं मिले. बताया गया कि वे मीटिंग में रांची गये हैं.
बेच दी सरकारी जमीन, कर दिया अवैध निर्माण
सीएस कार्यालय से जानकारी मिली कि सामने राजकुमारी कुष्ठाश्रम अस्पताल के सामने तीन एकड़ 16 डिसमिल जमीन स्वास्थ्य विभाग की है. जिस पर पूर्व से सरकारी भवन व क्वार्टर आदि बने हैं. कुछ असामाजिक तत्वों ने उनलोगों की जमीन को गलत तरीके से बेच भी दी है. इस पर अवैध निर्माण भी हो चुका है. इस संबंध में अवैध कब्जा संबंधी सूचना सिविल सर्जन कार्यालय के ज्ञापांक 2306 दिनांक 22.12.15, ज्ञापांक 2337 दिनांक 25.12.15, ज्ञापांक 479 दिनांक 11.03.16 के तहत डीसी समेत सीओ व नगर थाना प्रभारी को पत्राचार भी किया जा चुका है. इस संबंध में अवैध कब्जा से जमीन खाली कराते हुए दोषी को चिह्नित कर कार्रवाई करने की मांग की गयी थी. बावजूद अब तक पुलिस-प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.