ठगों पर कार्रवाई में पुलिस नहीं दिखा रही तत्परता

सारठ: लॉटरी में बड़ा इनाम मिलने का लालच देकर लाखों की ठगी मामले में शिकायत के बाद भी सारठ पुलिस कार्रवाई करने में तत्परता नहीं दिखा रही है. तकरीबन 24 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अबतक शिकायत के आधार ना ही मामला दर्ज किया गया और न ही कार्रवाई के लिए कोई ठोस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2016 8:20 AM
सारठ: लॉटरी में बड़ा इनाम मिलने का लालच देकर लाखों की ठगी मामले में शिकायत के बाद भी सारठ पुलिस कार्रवाई करने में तत्परता नहीं दिखा रही है. तकरीबन 24 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अबतक शिकायत के आधार ना ही मामला दर्ज किया गया और न ही कार्रवाई के लिए कोई ठोस कदम उठाये गये.

पुलिस को अब भी इंतजार है आवेदन व प्रकरण के डिटेल का. प्रथम द्रष्टया ही यह ठगी का बहुत गंभीर मामला प्रतीत होता है. इसके बावजूद पुलिस त्वरित कार्रवाई करने में दिलचस्पी नहीं ले रही है. ऐसे मामले में पुलिस सामान्यतया स्वत:संज्ञान लेकर प्राथमिकी दर्ज करती है. सारठ पुलिस ने बुधवार इस तरह का कोई प्रयास नहीं किया. इससे ठगी के शिकार होने वाले लोगों में हताशा है.

लाॅटरी में बंपर इनाम का दिया था झांसा, 24 लाख जमा करा कर रातों रात फरार
गौरतलब है कि सारठ में सुपर बंपर इनामी योजना के प्रलोभन में कई ग्रामीणों ने अपनी कमाई गंवा दी. पुलिस की शिथिलता के कारण ठग कंपनी के लोग अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. 12 सप्ताह के लॉटरी के खेल में महज 120 रुपये प्रति टिकट प्रति सप्ताह देकर बंपर इनाम पाने की योजना तो लाेगों को खूब भायी पर जैसे ही कंपनी ने पैसे लेकर बोरिया बिस्तर समेट लिया तो ग्रामीणों को ठगे जाने का एहसास हुआ. चार सप्ताह का खेल कराकर कंपनी ने 120 रुपये की दर से 20 हजार टिकट बेच डाले और 24 लाख रुपये लेकर रातों रात चंपत हो गयी. सुबह जब ग्रामीण कार्यालय पहुंचे तो वहां ताले लटके मिले. इसके बाद ग्रामीणों को असलियत का पता चला. हार कर सभी शिकायत लेकर थाना पहुंचे.
ग्रामीणों का आरोप है कि नेशनल वीके एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा बंपर इनामी योजना का लालच देकर कंपनी के लोगों ने ग्रामीणों से ठगी कर ली है.
ग्रामीणों ने बताया कि लॉटरी कंपनी द्वारा मई 2016 से 12 सप्ताह का खेल शुरू किया. कंपनी के लोगों ने एजेंट के माध्यम से 20 हजार टिकट बेच डाले. कंपनी ने चार सप्ताह का खेल भी कराया, और तीन सप्ताह का इनाम भी दिया. परंतु चौथे सप्ताह का इनाम दिये बगैर कार्यालय में ताला लटका कर रातों-रात फरार हो गयी. कंपनी ने 15 सप्ताह का खेल कराया था.
पांच महीनों से चल रहा था ठगी का खेल
पांच माह पूर्व नेशनल वीके एजुकेशन ट्रस्ट के बोकारो निवासी मो रिजवान नाम युवक स्काॅर्पियो जेएच 01 बीएन 8347 के साथ सारठ पहुंचा. लॉटरी का खेल सारठ में कराने के लिए कुछ खास लोगों के साथ मिलकर मसजिद के पास स्थित मो कलाम शेख से कार्यालय के लिए कमरा किराये पर लिया. जिसमें लाॅटरी कंपनी का कार्यालय खोला. सबसे पहले स्थानीय युवकों को रोजगार का झांसा देकर वोटर आइडी कार्ड, आधार कार्ड व फोटो लेकर एजेंट बनाया गया. फिर इन्हीं एजेंट के माध्यम से कंपनी ने पहली बार लगभग 15 हजार टिकट बेच कर ग्राहक बनाये. दूसरी बार लगभग 20 हजार ग्राहक बनाये. बताया जाता है कि पहली बार 15 सप्ताह का खेल करा कर स्थानीय लोगों को बाइक, टीवी, फ्रिज आदि इनाम में वितरित किये गये. दूसरी बार एक मई से 12 सप्ताह के लिए लॉटरी शुरू की. पहले मिले इनाम के लालच में लोग फंस गये व लॉटरी खरीदी. लेकिन कंपनी फरार हो गयी. पांच महीनों से एक ट्रस्ट के नाम पर एक आदमी सारठ आकर फिर कार्यालय खोलकर लोगों को नौकरी देने के नाम पर एजेंट भी बनाने की बात कह लोगों से लॉटरी के एवज में लोगों से पैसे लेना शुरू करता है और इसकी भनक पुलिस तक को नहीं लगती. तो क्या पुलिस ने पूरे मामले को शुरू से ही गंभीरता से नहीं लिया, जिस कारण मासूम ग्रामीण लॉटरी की लालच में ठगते गये.
एजेंट ने की शिकायत
कंपनी के कई एजेंट चिराउददीन अंसारी, मो शाहिद अनवर, टिंकू कुमार, मुरारी ऋषिदेव, पिंकू पोद्दार, जयकुमार मंडल आदि ने सारठ थाना में शिकायत देकर कंपनी पर कार्रवाई की मांग की है. लोगों ने कहा कि कंपनी ने उनके पहचान पत्र आदि रख लिये हैं. जिससे अन्य आपराधिक वारदातों को वे लोग दे सकते हैं. एजेंट की शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई में गंभीरता नहीं दिखाना एक बड़ा सवाल है.
कहते हैं थाना प्रभारी
सारठ थाना प्रभारी ने कहा कि लिखित सूचना मिली है. आवेदन में डिटेल्स नहीं है. मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
कहते हैं प्रभारी एसडीपीआे
प्रभारी एसडीपीओ रविकांत भूषण ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है. पुलिस को स्वत: संज्ञान में लेकर मामला दर्ज करना चाहिए.

Next Article

Exit mobile version