स्क्रूटनी कमेटी में शामिल थे आधा दर्जन पदाधिकारी व मजिस्ट्रेट

देवघर : देवघर में इंटर प्रशिक्षित शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा मामले पर विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया काफी सुस्त है. फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद डीसी देवघर के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने नगर थाने में चार मई, 2016 को मामला दर्ज कराया था. प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई प्रशासनिक स्तर पर फर्जीवाड़ा मामले की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2016 8:02 AM
देवघर : देवघर में इंटर प्रशिक्षित शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा मामले पर विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया काफी सुस्त है. फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद डीसी देवघर के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने नगर थाने में चार मई, 2016 को मामला दर्ज कराया था. प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई प्रशासनिक स्तर पर फर्जीवाड़ा मामले की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गयी थी. लेकिन, पुलिसिया जांच की गति कही ठहर गयी है. शिक्षक नियुक्ति में पारदर्शिता बनाये रखने के लिए प्रशासनिक स्तर पर गठित स्क्रूटनी कमेटी में आधा दर्जन प्रशासनिक पदाधिकारी सहित कई दंडाधिकारी शामिल किये गये थे.

स्क्रूटनी कमेटी का दायित्व था कि नियुक्ति के लिए जो प्रक्रिया अपनायी गयी है. वो निर्धारित मापदंड के अनुकूल है अथवा नहीं. अभ्यर्थियों का औपबंधिक मेधा सूची का निर्माण मापदंड के अनुकूल किया गया है अथवा नहीं. मेरिट लिस्ट में शामिल किये गये अभ्यर्थियों का नाम योग्यता के आधार के अनुसार है अथवा नहीं. अगर निर्धारितर अर्हता अथवा मापदंड अभ्यर्थी पूरा नहीं कर रहे थे तो किस परिस्थिति में अभ्यर्थियों का चयन किया गया.

स्क्रूटनी कमेटी के पदाधिकारियों ने कोई हस्तक्षेप क्यों नहीं किया. कई ऐसे सवाल है जो अभी भी अनसुलझे हैं. जांच रिपोर्ट से यह तो खुलासा हो गया है कि शिक्षक नियुक्ति में घोर अनियमितता बल्कि व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ है. लेकिन, स्पष्ट रूप से फर्जीवाड़ा में शामिल पदाधिकारियों की जवाबदेही तय नहीं हो पायी है.

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