श्रावणी मेला: मेले में इस बार भी रहेगी अस्थायी आधारभूत संरचना

देवघर: श्रावणी मेले के संचालन के लिए इस बार भी अस्थायी आधारभूत संरचना का उपयोग किया जायेगा. लाखों का पंडाल व अन्य व्यवस्था भी अस्थायी तौर पर रहेगा. श्रावणी मेला की व्यवस्था के लिए अलग-अलग मद में कुल 26.77 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. अब सवाल उठ रहा है कि मेला प्राधिकार के गठन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2016 2:21 AM
देवघर: श्रावणी मेले के संचालन के लिए इस बार भी अस्थायी आधारभूत संरचना का उपयोग किया जायेगा. लाखों का पंडाल व अन्य व्यवस्था भी अस्थायी तौर पर रहेगा. श्रावणी मेला की व्यवस्था के लिए अलग-अलग मद में कुल 26.77 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. अब सवाल उठ रहा है कि मेला प्राधिकार के गठन के बाद भी सरकार ने एक भी स्थायी आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाये है. इस बार भी ठेका-पट्टा पर ही काम होगा.

दुम्मा से नेहरू पार्क तक अस्थायी व्यवस्था ही कांवरियों के लिए रहेगी. पिछले कुछ वर्षों में श्रावणी मेला की अस्थायी व्यवस्था में किये गये खर्चों का अाकलन किया जाये तो इतनी राशि में सरकार कांवरियों की सुविधा के लिए स्थायी तौर पर आधारभूत संरचना को विकसित कर सकती थी. इस बार श्रावणी मेला में सात स्थानों पर होल्डिंग प्वाइंट बनाया जायेगा. 14 मेला थाना खुलेगा. यहां पुलिस के जवानों के ठहराव के लिए भी अलग से अस्थायी व्यवस्था होगी.

इन व्यवस्था में सरकार की ओर राशि मुहैया करायी जा रही है. होल्डिंग प्वाइंट से लेकर सारी सुविधाओं की व्यवस्था अगर स्थायी तौर पर कर दी जाती तो सरकार को अस्थायी पंडाल व अन्य सुविधा में बड़ी राशि प्रत्येक वर्ष खर्च नहीं करनी पड़ती. इससे कांवरियों का भी कांवरिया पथ में ही ठहराव हो सकता था व स्थायी व्यवस्था में उन्हें बेहतर सुविधा मिलती. प्रशासन ने दो वर्ष पूर्व ही कांवरिया पथ में ही स्थायी सुविधा के लिए रुपरेखा भी तैयार की है, लेकिन इसे धरातल में उतारने में देर हो रही है. हालांकि श्राइन बोर्ड के गठन होने के बाद सरकार धीरे-धीरे स्थायी आधारभूत संरचना को विकसित करने की ओर अग्रसर है. इसी कड़ी में क्यू कॉम्प्लेक्स का निर्माण शामिल है.

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