करौं के चिकित्सा प्रभारी व एएनएम के निलंबन का आदेश

दुमका: प्रमंडलीय आयुक्त बालेश्वर सिंह ने देवघर जिला के करौं प्रखंड की चिकित्सा प्रभारी डॉ कुमारी आशा तथा एएनएम विलासिनी के निलंबन का आदेश दिया है. आयुक्त ने बताया कि उनके भेजे दो अधिकारी सचिव एनई बागे तथा क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी अनमोल कुमार सिंह जब करौं प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र कोलहार पहुंचे थे, तब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2016 2:26 AM

दुमका: प्रमंडलीय आयुक्त बालेश्वर सिंह ने देवघर जिला के करौं प्रखंड की चिकित्सा प्रभारी डॉ कुमारी आशा तथा एएनएम विलासिनी के निलंबन का आदेश दिया है. आयुक्त ने बताया कि उनके भेजे दो अधिकारी सचिव एनई बागे तथा क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी अनमोल कुमार सिंह जब करौं प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र कोलहार पहुंचे थे, तब दिन के एक बजे तथा दिन के 3 बजे यह केंद्र बंद पाया गया था.

स्वास्थ्य केंद्र के आसपास ईंट भट‍्टा में काम करने वाले मजदूरों सनाउल मियां, मो आदम आदि ने इन पदाधिकारियों को बताया कि यह स्वास्थ्य उपकेंद्र प्राय: बंद ही रहता है. आयुक्त श्री सिंह ने गंभीरता पूर्वक इसे लेते हुए दोनों काे स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए निलंबित करने की कार्रवाई करने का निर्देश देवघर के सिविल सर्जन को दिया है.

वहीं आयुक्त ने देवघर जिले के मधुपुर प्रखंड की सीडीपीओ रूपम कुमारी, पर्यवेक्षिका निवेदिता और सालवंती हेंब्रम को अपने कार्यों में अभिरुचि नहीं दिखाने पर स्पष्टीकरण जिला समाज कल्याण पदाधिकारी देवघर के माध्यम से भेजने का निदेश दिया है.

24 मई को मधुपुर के कुपोषण उपचार केंद्र का निरीक्षण किया गया था तथा केंद्र में भलुआ, कुल्हड़िया एवं कालीपहाड़ी के 5 बच्चों को भर्ती पाया गया. इनके द्वारा तथ्यों के संबंध में गलतबयानी तथा अपने ही कथन को झुठलाते पाया गया. इन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या तथा नये केंद्रों के निर्माण की संख्या की जानकारी भी नहीं थी. इसे कार्य के प्रति समर्पण तो दूर सामान्य रुचि का भी इसे अभाव मानते हुए आयुक्त ने स्पष्टीकरण का आदेश दिया है.

Next Article

Exit mobile version