शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा: जांच के लिए उपलब्ध नहीं करायी नवनियुक्त शिक्षकों की फाइल

देवघर: देवघर में शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा की जांच की गति काफी सुस्त है. 626 चयनित व नवनियुक्ति शिक्षकों से संबंधित फाइल जिला शिक्षा अधीक्षक देवघर द्वारा अबतक उपलब्ध नहीं करायी गयी है. फाइल सहित आवश्यक दस्तावेज आदि उपलब्ध कराने के लिए डीइओ द्वारा पहला पत्र 25 मई को भेजा गया गया था. पत्र में चार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2016 2:28 AM
देवघर: देवघर में शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा की जांच की गति काफी सुस्त है. 626 चयनित व नवनियुक्ति शिक्षकों से संबंधित फाइल जिला शिक्षा अधीक्षक देवघर द्वारा अबतक उपलब्ध नहीं करायी गयी है. फाइल सहित आवश्यक दस्तावेज आदि उपलब्ध कराने के लिए डीइओ द्वारा पहला पत्र 25 मई को भेजा गया गया था.
पत्र में चार दिनों के अंदर आवश्यक फाइल आदि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था. छह जून को स्मार पत्र दिया गया. इसमें 24 घंटे के अंदर फाइल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था. लेकिन, निर्धारित अवधि के बाद भी अबतक डीइओ को फाइल आदि उपलब्ध नहीं कराया गया है. नतीजा उच्चस्तरीय कमेटी द्वारा जांच कार्य अबतक आरंभ नहीं की जा सकी है. इससे पहले नगर थाना द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों से संबंधित नाम, पता व पूर्ण ब्योरा उपलब्ध कराने का अनुरोध जिला शिक्षा पदाधिकारी से किया गया था. डीइओ ने सभी ब्योरा उपलब्ध कराने का निर्देश डीएसइ को दिया था. लेकिन, अबतक ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया गया है.
गुरुवार को डीएसइ कार्यालय रहा आदेशपाल के भरोसे
शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद डीएसइ कार्यालय की गतिविधियां नियमित नहीं रह गयी है. कभी पदाधिकारी पहुंचते हैं. कभी लिपिक तो कभी आदेशपाल. गुरुवार को भी यही नजारा डीएसइ कार्यालय का रहा. डीएसइ का चेंबर बंद था.
कार्यालय के लिपिक नदारद थे. सिर्फ आदेशपाल ही कार्यालय में नजर आये. कामकाज के सिलसिले में कार्यालय पहुंचने वाले लोगों को न तो सही-सही कोई जानकारी मिल रहा था. न ही कोई आश्वासन. नतीजा लोगों को बैरंग घर को लौटना पड़ा.
कहते हैं डीइओ
‘सभी नवनियुक्त शिक्षकों से संबंधित फाइल उपलब्ध कराने के लिए 25 मई को पत्र लिखा गया था. पुन: छह जून को पत्र भेजा गया. लेकिन, अभी तक फाइल उपलब्ध नहीं कराया गया है. इस वजह से जांच कार्य आरंभ नहीं हो पाया है.
-उदय नारायण शर्मा,जिला शिक्षा पदाधिकारी.

Next Article

Exit mobile version